सड़क हादसा: क्या कारण है और कैसे बचें?

सड़क हादसे आज के भारत में अक्सर सुनाई देते हैं। अक्सर लोग सोचते हैं कि यह सिर्फ ‘दुर्भाग्य’ है, लेकिन वास्तविक में कई आसान उपायों से इन्हें रोका जा सकता है। यहाँ हम कारण, रोकथाम के तरीकों और आपातकाल में क्या करना चाहिए, बात करेंगे।

सड़क हादसे के मुख्य कारण

1. स्पीडिंग – तेज़ गति से गाड़ी चलाना सबसे बड़ा खतरा है। एक सेकंड में कई मीटर की दूरी कम हो जाती है, जिससे ब्रेक लगाना मुश्किल हो जाता है।

2. दुर्लक्ष्य ड्राइविंग – मोबाइल फोन, खाने‑पीने या गाने सुनते‑सुनते गाड़ी चलाना ध्यान भटकाता है। एक छोटा अलर्ट भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।

3. अनुपयुक्त ओवरटेकिंग – बिना सटीक देखे ओवरटेक करना मोटरिस्टों को आश्चर्यचकित करता है और टकराव की संभावना बढ़ा देता है।

4. सड़कों की खराब हालत – पक्की नरमी, गड्ढे या बिना संकेत वाले मोड़ भी दुर्घटनाओं को आम बनाते हैं। इसलिए स्थानीय निकायों से शिकायत करना ज़रूरी है।

हादसे से बचने की आसान टिप्स

स्पीड कम रखें – सड़कों पर लगे स्पीड लिमिट को हमेशा मानें। अगर गाड़ी का कंट्रोल में रहे तो दुर्घटना की संभावना घटती है।

ड्राइविंग के दौरान मोबाइल नहीं – अगर कॉल करनी हो तो हैंड‑फ़्री का इस्तेमाल करें या गाड़ी रोक कर बात करें।

सुरक्षा बेल्ट बांधें – हर सफ़र में सिट बेल्ट या एयरबैग का सही इस्तेमाल करें। यह बचाव में शीर्ष‑स्तर का सहारा है।

सही दूरी रखें – अगली गाड़ी से कम से कम दो सेकंड की दूरी बनाए रखें। इससे अचानक ब्रेक पड़ने पर समय मिल जाता है।

सिग्नल और रस्ता संकेतों का सम्मान – लाल बत्ती पर रुकें, पादचारी क्रॉसिंग पर पहले पादचरियों को जाने दें।

सड़क की स्थिति पर ध्यान दें – गड्ढे, निचली ब्रिज या जंगली जानवरों के आने‑जाने का संकेत देखें और सावधानी बरतें।

अगर फिर भी कोई दुर्घटना हो जाए, तो तुरंत पुलिस और एंब्युलेंस को कॉल करें। दुर्घटना स्थल पर:

  • गाड़ी को सुरक्षित जगह पर ले जाएँ या जंक्शन पर रोकें।
  • अगर कोई चोटिल है तो उसे हिलाएँ नहीं, जब तक कि जीवन‑धमकी वाली स्थितियां न हों।
  • साक्ष्य के लिए फोटो या वीडियो रखें, लेकिन सहायता पहुँचनें बाद में लें।

याद रखें, सड़क सुरक्षा केवल ड्राइवर की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सभी यात्रियों, पादचेरियों और स्थानीय प्रशासन की भी है। अगर आप हर दिन छोटे‑छोटे नियमों का पालन करेंगे, तो सड़क हादसे कम होंगे और जीवन सुरक्षित रहेगा।

सित॰, 20 2025
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Zubeen Garg: 23 साल पहले बहन जोंगकी सड़क हादसे में गईं, कुछ मिनट पहले उन्होंने बदली थी कार

Zubeen Garg: 23 साल पहले बहन जोंगकी सड़क हादसे में गईं, कुछ मिनट पहले उन्होंने बदली थी कार

12 जनवरी 2002 को असम के सोनितपुर में बलीपाड़ा के पास सड़क हादसे में जोंगकी बर्थाकुर की मौत हो गई। वह भाई जुबिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए सूटिया जा रही थीं। कुछ मिनट पहले ही जुबिन ने वाहन बदला था और बच गए। 18 साल की जोंगकी फिल्म और टीवी की उभरती कलाकार थीं। 23 साल बाद भी परिवार और असमीया मनोरंजन जगत इस कमी को महसूस करता है।

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