रुबिकॉन रिसर्च ने IPO से पहले एंकर निवेशकों से 619 करोड़ जुटाए; मूल्य सीमा, लिस्टिंग तिथि और सब्सक्रिप्शन विवरण

रुबिकॉन रिसर्च ने IPO से पहले एंकर निवेशकों से 619 करोड़ जुटाए; मूल्य सीमा, लिस्टिंग तिथि और सब्सक्रिप्शन विवरण अक्तू॰, 10 2025

जब रुबिकॉन रिसर्च ने 8 अक्टूबर 2025 को जनरल एटलांटिक सिंगापुर आरआर प्टे लिमिटेड के साथ मिलकर 32 एंकर निवेशकों से ₹619.08 करोड़ जुटाए, तब मुंबई में वित्तीय बाजार की धड़कन तेज हो गई। इस फंडिंग में गोल्डमैन सैक्स, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, फिडेलिटी फंड्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड समेत कई विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भाग लिया। यह राशि IPO की कुल मांग ₹1,377.5 करोड़ में से लगभग 45% है, जिसमें शेष हिस्से को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (मुंबई) पर लिस्टिंग के बाद निधियों के रूप में उपयोग किया जाएगा।

IPO का समग्र चित्र

रुबिकॉन रिसर्च की IPO 9 अक्टूबर 2025 को आधिकारिक तौर पर खुली और 13 अक्टूबर तक खुले रहने का तय किया गया। दो‑तीन प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:

  • कुल ऑफर आकार: ₹1,377.5 करोड़ (फ़्रेश इश्यू ₹500 करोड़ + प्रोमोटर का ऑफर‑फॉर‑सेल ₹877.5 करोड़)
  • मूल्य बैंड: ₹461‑₹485 प्रति शेयर
  • न्यूनतम लॉट साइज: 30 शेयर (एक लॉट की लागत ₹13,830‑₹14,550)
  • सूची तिथि: 16 अक्टूबर 2025

एंकर बुक की रसीद और प्रमुख निवेशक

एंकर बुक में विदेशी संस्थागत फंडों के साथ-साथ घरेलू बड़े म्यूचुअल फंडों की भागीदारी रही। विशेष रूप से अमनसा होल्डिंग्स और अरंडा इन्वेस्टमेंट्स प्टे ने रु. 10‑15 करोड़ की बिडिंग की, जिससे एंकर बुक का कुल आकार 1.27 करोड़ शेयर के उपरी मूल्य बैंड पर तय हुआ। यह एंकर बुक की सफलता IPO को बूस्ट करने वाली मुख्य वजह बन गई, क्योंकि निवेशकों ने स्पष्ट संकेत दिया कि कंपनी के भविष्य में बड़ी संभावनाएँ हैं।

सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन की स्थिति

पहले दिन, 9 अक्टूबर को, कुल सब्सक्रिप्शन 51% रहा। वर्ग‑वार आँकड़े इस प्रकार थे:

  • क्वालिफ़ाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) – 26% सब्सक्राइब्ड
  • नॉन‑इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) – 47% सब्सक्राइब्ड
  • रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RIIs) – 135% सब्सक्राइब्ड

RIIs का उत्साह विशेष रूप से उल्लेखनीय है; एक रिटेल निवेशक को एक लॉट के लिए ₹14,550 की न्यूनतम राशि देखनी पड़ती है, जबकि अधिकतम 13 लॉट (390 शेयर) के लिए ₹189,150 की जरूरत होगी। इस बीच, QIBs की कम भागीदारी निवेशकों की सावधानी का संकेत देती है, लेकिन यह भी संभव है कि बड़े फंड्स अगले दिन अपनी बिडिंग बढ़ाएँ।

धन उपयोग योजना और भविष्य की दिशा

धन उपयोग योजना और भविष्य की दिशा

फ़्रेश इश्यू में जुटाई गई ₹310 करोड़ को विशेष रूप से ऋण निपटान के लिए उपयोग किया जाएगा। शेष राशि को दो मुख्य स्तंभों में बाँटा जाएगा:

  1. ऑर्गेनिक ग्रोथ – नई प्रौद्योगिकी, यूएस बाजार में R&D और उत्पादन क्षमता विस्तार।
  2. इनऑर्गेनिक ग्रोथ – संभावित अधिग्रहण, विशेषकर जेनेरिक और स्पेशल्टी ड्रग सेक्टर में।

जनरल एटलांटिक सिंगापुर के पास अब भी कंपनी में 35% से अधिक हिस्सेदारी होगी, जिसके बाद भी इसे प्रमुख शेरहोल्डर माना जाएगा। इस हिस्सेदारी में थोड़ी कमी आएगी, पर प्रबंधन के रणनीतिक दिशा के साथ यह स्थिर रहना चाहिए।

लिस्टिंग की संभावनाएँ और बाजार की प्रतिक्रिया

ग्रेस मार्केट प्रीमियम (GMP) वर्तमान में ₹80‑₹90 है, जो ऊपर की बैंड से लगभग 19% अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि लिस्टिंग पर शेयर कीमत ₹583‑₹590 के आसपास स्थापित हो सकती है, जिससे शुरुआती निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, यह ध्यान देना ज़रूरी है कि QIBs की शुरुआती कम बिडिंग संभावित अस्थिरता का संकेत भी दे सकती है, जिससे शुरुआती ट्रेडिंग में उतार‑चढ़ाव देखा जा सकता है।

भविष्य के कदम और निवेशकों के लिए टिप्स

भविष्य के कदम और निवेशकों के लिए टिप्स

अगले सप्ताह में, कंपनी के प्रबंधन द्वारा आयोजित रोडशो और एर्निंग कॉल पर नज़र रखें। साथ ही, यदि आप रिटेल निवेशक हैं तो लॉट साइज और मूल्य बैंड का ध्यान रखें – अधिराज्य कीमत पर अधिक शेयर खरीदना शुरुआती लाभ पर असर डाल सकता है। संस्थागत पक्ष के लिए, अगले दो दिन में QIBs की बिडिंग में संभावित वृद्धि को ट्रैक करना समझदारी होगी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

रुबिकॉन रिसर्च की IPO में रिटेल निवेशकों की भागीदारी कितनी रही?

पहले दिन रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स (RIIs) ने 135% सब्सक्रिप्शन दिखाया, जिसका अर्थ है कि उनकी मांग ऑफर की उपलब्ध मात्रा से 1.35 गुना अधिक थी। यह उच्च रुचि कंपनी की बाजार धारणा को सकारात्मक बनाती है।

एंकर निवेशकों ने कुल कितनी राशि जुटाई और किन संस्थाओं ने भाग लिया?

एंकर बुक ने ₹619.08 करोड़ जुटाए, जिसमें गोल्डमैन सैक्स, एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड, फिडेलिटी फंड्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, अमनसा होल्डिंग्स और अरंडा इन्वेस्टमेंट्स प्टे जैसे प्रमुख घरेलू एवं विदेशी संस्थागत निवेशक शामिल थे।

IPO के दायरे में कुल फंडिंग कितनी है और इसका उपयोग कैसे होगा?

कुल फंडिंग ₹1,377.5 करोड़ है, जिसमें ₹500 करोड़ ताज़ा शेयर इश्यू और ₹877.5 करोड़ प्रोमोकर का ऑफर‑फॉर‑सेल शामिल है। फ़्रेश इश्यू से मिलने वाले ₹310 करोड़ को ऋण निपटान के लिए प्रयोग किया जाएगा, जबकि शेष राशि को विकास, अधिग्रहण और सामान्य कार्यों में लगाया जाएगा।

IPO की लिस्टिंग पर संभावित शेयर कीमत क्या है?

ग्रे मार्केट प्रीमियम के आधार पर विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि लिस्टिंग पर शेयर कीमत ₹583‑₹590 के बीच होगी, जो मूल्य बैंड के ऊपरी अंत से लगभग 19% अधिक है। यह संभावित उछाल रिटेल एवं संस्थागत दोनों निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है।

जनरल एटलांटिक का शेयरहोल्डिंग कितना रहेगा?

IPO के बाद जनरल एटलांटिक सिंगापुर आरआर प्टे लिमिटेड का शेयरहोल्डिंग 35% से थोड़ा अधिक रहने की उम्मीद है, यद्यपि यह हिस्सेदारी बिक्री के कारण हल्की कमी देखेगी। कंपनी के प्रमुख शेयरधारक के तौर पर इसका प्रभाव बना रहेगा।

3 टिप्पणि

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    Abhinav Chauhan

    अक्तूबर 10, 2025 AT 05:32

    रुबिकॉन रिसर्च ने एंकर बुक में 619 करोड़ इकट्ठा किए, जिसमें गोल्डमैन सैक्स और एचडीएफसी जैसी बड़ी फर्में शामिल थीं। ये फंडिंग पूरे ऑफर का लगभग 45% कवर करती है।

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    avinash pandey

    अक्तूबर 17, 2025 AT 04:12

    इस IPO को देख कर भारतीय बायोफार्मा सेक्टर के विकास की दिशा स्पष्ट हो रही है।
    एंकर बुक की मजबूती यह संकेत देती है कि संस्थागत पूंजी को इस कंपनी के तकनीकी पोर्टफोलियो में भरोसा है।
    कुल ऑफर आकार ₹1,377.5 करोड़ है, जिसमें ₹500 करोड़ फ्रेश इश्यू और बाकी प्रोमोटर फ़ॉर‑सेल से प्राप्त होते हैं।
    मूल्य बैंड ₹461‑₹485 के बीच निर्धारित है, जो बाजार की अपेक्षा से थोड़ा नीचे है।
    लॉट साइज 30 शेयर निर्धारित किया गया है, जिससे निवेशकों को न्यूनतम ₹13,830 खर्च करना पड़ेगा।
    सार्वजनिक सब्सक्रिप्शन में RIIs ने 135% की उच्च मांग दिखायी, जबकि QIBs की भागीदारी केवल 26% थी।
    यह असंतुलन दर्शाता है कि रिटेल वर्ग में उत्साह अधिक है, लेकिन संस्थागत हिस्सेदारी में सतर्कता बनी हुई है।
    फ़्रेश इश्यू से जुटाए गए ₹310 करोड़ को ऋण निपटान में इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे कंपनी की बैलेंस शीट सुधार होगी।
    शेष पूंजी को ऑर्गेनिक ग्रोथ और इनऑर्गेनिक ग्रोथ में विभाजित किया जाएगा।
    ऑर्गेनिक ग्रोथ के तहत नई तकनीक और US बाजार में R&D फोकस किया जाएगा।
    इनऑर्गेनिक ग्रोथ में संभावित अधिग्रहण की संभावनाएं, विशेषकर जनरिक और स्पेशल्टी ड्रग सेक्टर में, उल्लेखनीय हैं।
    ग्रे मार्केट प्रीमियम वर्तमान में ₹80‑₹90 के बीच है, जो बैंड के ऊपर लगभग 19% प्रीमियम दर्शाता है।
    विशेषज्ञों का अनुमान है कि लिस्टिंग पर शेयर कीमत ₹583‑₹590 तक स्थापित हो सकती है।
    इस परिदृश्य में शुरुआती निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है।
    लेकिन बाजार में अस्थिरता भी हो सकती है, क्योंकि QIBs की प्रारंभिक कम बिडिंग संभावित उतार‑चढ़ाव का संकेत देती है।
    इसलिए निवेशकों को अगले दो दिन में बिडिंग की दिशा पर नज़र रखनी चाहिए।

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    Dhea Avinda Lase

    अक्तूबर 24, 2025 AT 02:52

    RIIs की 135% सब्सक्रिप्शन देखकर लगता है कि निवेशकों का भरोसा काफी मजबूत है

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