Naegleria fowleri एक बहुत छोटी अमीबा (जीव) है जो गर्म पानी में रहती है। यह अक्सर जल स्रोतों जैसे तालाब, नदियों और वॉटर पंपों में मिलती है। जब कोई व्यक्ति गिलास या नहाते समय इस पानी को नाक के रास्ते अंदर लेता है तो अमीबा मस्तिष्क तक पहुंच सकती है और गंभीर बीमारी पैदा कर देती है।
इसे अक्सर प्राइमरी एम्बिक मेनिंजाइटिस (PAM) कहा जाता है। शुरुआती लक्षण बुखार, सिर दर्द और उल्टी जैसे होते हैं। कुछ दिनों बाद मस्तिष्क में सूजन के कारण भ्रम, मतली और फेफड़ों की तकलीफ़ बढ़ सकती है। अगर इलाज देर से किया तो रोगी का जीवन बहुत कम समय में खतरे में पड़ जाता है। इसलिए शुरुआती संकेतों को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
Naegleria fowleri के संपर्क से बचने के लिए कुछ साधारण कदम काफी मददगार होते हैं:
अगर आप इन बातों पर ध्यान दें तो Naegleria fowleri की वजह से होने वाले खतरनाक संक्रमण को काफी हद तक रोका जा सकता है। याद रखें, अधिकांश मामलों में बीमारी तभी होती है जब अमीबा सीधे नाक के माध्यम से मस्तिष्क में प्रवेश करता है, इसलिए सुरक्षा पहले रखिए।
यदि आप या आपके परिवार के किसी सदस्य में ऊपर बताए लक्षण दिखें और हाल ही में पानी का उपयोग किया हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। जल्दी पहचान और उपचार जीवन बचा सकता है। इस जानकारी को अपने मित्रों और रिश्तेदारों तक पहुँचाएँ, ताकि सब सुरक्षित रहें।
केरल में एक 14 साल के लड़के की दुर्लभ लेकिन खतरनाक प्राथमिक अमीबिक मैनिंजाइटिस (PAM) से मौत हो गई, जो Naegleria fowleri अमीबा के कारण होती है। लड़के की मौत छोटी सी झील में तैरने के बाद हुई, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों ने तत्काल रोकथाम के उपाय किए। केरल में मई के बाद से यह संक्रमण का तीसरा मामला है।
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