इलेक्ट्रिक कारों की लोकप्रियता पिछले साल से तेज़ी से बढ़ रही है। हर महीने नई बैंजिंग, टेस्ला या महिंद्रा के मॉडल लॉन्च होते हैं। अगर आप भी ईवी खरीदने का सोच रहे हैं तो इस गाइड में आपको सबसे ज़रूरी जानकारी मिलेगी – कौन‑से मॉडल बाजार में धूम मचा रहे हैं, उनकी कीमतें क्या हैं और किन बातों पर ध्यान देना चाहिए.
सबसे पहले देखिए वो कारें जो अभी सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं। टेस्ला मॉडल Y की रेंज अब 550 किमी तक पहुंच गई है और इसकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये से शुरू होती है। महिंद्रा eVerito का नया अपग्रेडेड वर्ज़न भी आया है, जिसमें तेज चार्जिंग और बेहतर इंटीरियर दिया गया है, मूल्य सीमा 12‑15 लाख के बीच रहती है. टाटा ने Nexon EV Prime लॉन्च किया, जो 350 किमी की रेंज देता है और सरकारी सब्सिडी के साथ लगभग 10 लाख में मिल सकता है. हाईब्रांड चाहते हैं तो आप Hyundai Kona Electric को देख सकते हैं – इसकी बैटरी लाइफ़ 5 साल या 1.6 लाख किलोमीटर तक गारंटी देती है.
इन सभी मॉडल की एक खास बात ये है कि वे तेज़ चार्जिंग सपोर्ट करते हैं। अधिकांश 80% चार्जिंग सिर्फ 30‑45 मिनट में हो जाती है, जिससे लंबी यात्राएं भी आसान बनती हैं. साथ ही हर ब्रांड अब अपने नेटवर्क को बढ़ा रहा है – आप शहर के किसी भी बड़े मॉल या गैस स्टेशन पर चार्जिंग पॉइंट पा सकते हैं.
अब जब मॉडल्स की लिस्ट तैयार हो गई, तो सही चुनाव कैसे करें? सबसे पहले अपनी दैनिक ड्राइविंग रेंज देखें. अगर आप रोज़ 80‑100 किमी ही निकलते हैं, तो 200‑250 किमी की बैटरी वाले ईवी से भी काम चल जाएगा. लेकिन यदि अक्सर लंबी यात्राएं होती हैं तो 400 किमी से ऊपर वाली मॉडल चुनें.
दूसरा फोकस – चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर. अपने घर के पास या कार्यस्थल पर चार्जर लगवाना आसान है या नहीं, इसको जांच लें। कई शहरों में सरकार ने सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों को सब्सिडी दी है; इसका फायदा उठाने से आप बहुत बचत कर सकते हैं.
तीसरा पहलू – सर्विस नेटवर्क. इलेक्ट्रिक कारें कम मेंटेनेंस वाली होती हैं, पर बैटरी या इलेकट्रॉनिक पार्ट्स की समस्याएं कभी‑कभी आती हैं। ऐसे में निकटतम सर्विस सेंटर का होना ज़रूरी है. बड़े ब्रांड आमतौर पर 100‑200 किलोमीटर के दायरे में सर्विस पॉइंट रखते हैं, तो इसे अपने निर्णय में शामिल करें.
अंत में लागत को देखें. शुरुआती कीमतों के अलावा, सरकार की सब्सिडी, वैट छूट और लॉन्ग‑टर्म रिवर्सिंग चार्जिंग खर्च को जोड़कर कुल मिलाकर गणना करें. कई बार ईवी का टोटल कॉस्ट पेट्रोल या डीज़ल कार से कम निकलता है, खासकर जब आप रोज़ाना 12‑15 किमी चलाते हैं.
इन सभी पॉइंट्स को ध्यान में रख कर आप अपने बजट और जरूरतों के हिसाब से सही ईवी मॉडल चुन सकते हैं. याद रखें, इलेक्ट्रिक भविष्य की दिशा है – अभी थोड़ा रिसर्च करें, सही विकल्प लें और फ्यूचर‑फ्रेंडली ड्राइव का आनंद उठाएँ.
टाटा मोटर्स ने आधिकारिक तौर पर कर्व एसयूवी कूपे के आईसीई और ईवी दोनों वेरिएंट्स का अनावरण किया है। कर्व अपने सेगमेंट का पहला कूपे एसयूवी होगा, जो 7 अगस्त, 2024 को इलेक्ट्रिक वर्जन के साथ डेब्यू करेगा। इसका डिज़ाइन आइकोनिक लाइट बार, स्प्लिट एलईडी हेडलैंप्स, एग्रेसिव ग्रिल व बम्पर, स्लोपिंग रूफलाइन और कनेक्टेड एलईडी टेललाइट्स के साथ आएगा।
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