अगर आप भारतीय क्रिकेट की बात करें तो गौतम गम्भीर का नाम ज़रूर सामने आता है। उन्होंने अपनी तेज़ी, धैर्य और जीतने की चाह से टीम को कई मैच जिताए। लेकिन क्रिकेट के बाद उनका सफ़र यहीं नहीं रुका – अब वो राजनीति में भी कदम रख रहे हैं। इस लेख में हम उनके शुरुआती दिनों, सबसे बड़ी पारी, और आज का काम‑काज देखेंगे.
गौतम ने 2003 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू दिया, लेकिन असली पहचान 2007 के बाद आई जब उन्होंने पहली बार टेस्ट में 50+ स्कोर किया। उनके सबसे यादगार पलों में 2009 का ऑस्ट्रेलिया दौरा और 2011 विश्व कप फाइनल की जीत शामिल है, जहाँ उन्होंने 97 रन बनाकर भारत को चैंपियन बनाया। उनकी शैली सीधी‑सरली थी – तेज़ शुरुआत, फिर लगातार बाउंड्री मारना. इससे ही उनका उपनाम ‘द बॉम्बर’ बना.
ODI में उन्होंने कुल 5,000 से अधिक रनों का योगदान दिया और कई बार जीत के साइडरूम में सबसे ज़्यादा स्कोर किया। शतक नहीं तो कम से कम 150+ फाइव्स थे, जो उनके स्थिरता को दिखाते हैं. उनकी विकेट‑कीपिंग या गेंदबाज़ी नहीं थी, पर एक भरोसेमंद ओपनर बनकर टीम की टॉप ऑर्डर को मजबूत रखा.
2019 में गौतम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और टीवी पर टिप्पणीकार बन गए। उनकी सटीक विश्लेषण शैली दर्शकों में जल्दी लोकप्रिय हुई. साथ ही उन्होंने कई ब्रांड्स की विज्ञापनों में भी भागीदारी की, जिससे उनका चेहरा आम जनता के सामने आया.
2021 में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति की ओर कदम बढ़ाया। आज वे दिल्ली विधानसभा में सदस्य हैं और शिक्षा व खेल नीति पर काम कर रहे हैं. उनके कई फैंस अब उन्हें सिर्फ क्रिकेटर नहीं, बल्कि समाज सेवा करने वाले नेता के रूप में भी देखते हैं.
गौतम का सोशल मीडिया एक्टिविटी भी कम नहीं है – वो अक्सर अपने फिटनेस रूटीन, प्रेरक विचार और राजनीति से जुड़ी अपडेट्स शेयर करते रहते हैं. इससे युवा वर्ग को उनके साथ जुड़ने का मौका मिलता है.
भविष्य में क्या होगा? कई लोग उम्मीद कर रहे हैं कि वह बड़े स्तर पर राष्ट्रीय खेल नीति बना सकते हैं या फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रशासन में भी भूमिका निभा सकते हैं। चाहे वो मैदान पर हों या संसद में, गौतम गम्भीर हमेशा जीत की सोच रखते हैं.
तो अगर आप गौतम के फैन हैं या सिर्फ उनके काम से रूचि रखते हैं, तो अब आप उनका पूरा सफ़र एक ही जगह पढ़ पाएँ – शुरुआती संघर्ष, शिखर पर पारी, और राजनीति में नई चुनौतियां. इस टैग पेज पर उनकी ताज़ा खबरें, विश्लेषण और वीडियो भी मिलेंगे.
चैन्नई टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम की खराब शुरुआत के बावजूद विराट कोहली और शुभमन गिल को ड्रेसिंग रूम में हंसते और मज़ाक करते देखा गया। उनकी इस हरकत के कारण सोशल मीडिया पर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। जबकि अश्विन और जडेजा की 195 रन की साझेदारी ने भारत को संकट से बाहर निकाला।
आगे पढ़ें