दिवाली आने वाली है और हर साल की तरह इस बार भी लोग तैयारी में लग गये हैं। बाजार में नई रोशनी, घरों में सफ़ाई, और सोशल मीडिया पर उत्सव के ट्रेंड चलते रहते हैं। लेकिन सिर्फ शॉपिंग या लाइट्स ही नहीं, सरकार और विभिन्न संस्थाओं से कई महत्वपूर्ण अपडेट भी आ रहे हैं। यहाँ हम सबसे ज़्यादा पढ़ी‑जाने वाली दिवाली ख़बरों को आसान भाषा में समझाते हैं, ताकि आप बिना झंझट के सब जान सकें।
हिंदुस्तान की कई जगहों में इस साल गर्मी अभी भी चल रही है, जबकि दिवाली अक्टूबर‑नवम्बर में पड़ती है। मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर भारत में हल्की धूप और 20‑30 °C के बीच तापमान रहेगा, पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे coastal regions में बारिश का जोखिम बढ़ सकता है। अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं तो जलवायु रिपोर्ट को ज़रूर देखिए, क्योंकि अचानक बूँदाबाँदी या तेज़ हवाओं से आपके कार्यक्रमों में खलल पड़ सकता है।
आखिरी साल सरकार ने 'डिजिटल दिवाली' के तहत कई नई सुविधाएँ लॉन्च की थीं, जैसे कि ई‑वॉलेट पर 5 % कैशबैक या फ्री मोबाइल रिचार्ज। इस साल भी कुछ वही ऑफ़र जारी हैं और साथ ही आयकर में घर की लाइटिंग और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर छूट मिलने के नए प्रावधान आए हैं। अगर आप नया टीवी, फ्रिज या एसी खरीदने वाले हैं तो इन कर‑छूट का फायदा उठाना न भूलें – रसीद रखिए और साल‑अंत में टैक्स रिटर्न भरते समय इसे दाखिल करें।
सुरक्षा भी इस त्यौहार के साथ जुड़ी रहती है। पुलिस ने कहा है कि दिवाली के दौरान ढेर सारे जले हुए आतिशबाज़ी वाले क्षेत्रों में जलती हुई लाइटें और धुएँ से दमा‑अलर्जी का ख़तरा बढ़ सकता है, इसलिए एलर्जिक लोगों को मास्क पहनना फायदेमंद रहेगा। साथ ही, घरों पर बिजली की लाइनों को सही ढंग से कनेक्ट करने के लिए एसी या पंखे जैसे भारी उपकरण चलाते समय सॉकेट में ओवरलोड न करें – यह छोटा‑सा ध्यान आग लगने से बचा सकता है।
यदि आप बाहर रहने वाले हैं, तो अपने पड़ोसियों और दोस्तों को भी इस बात की याद दिलाएँ कि फायरcracker का इस्तेमाल करते समय कानूनी सीमाओं के भीतर रहें। कई राज्यों में अब सख़्त नियम लागू हुए हैं: कुछ प्रकार के पटाखे पूरी तरह प्रतिबंधित हैं, जबकि अन्य को केवल 10 प.एम. तक ही जलाने की अनुमति है। अगर आप इन नियमों को नजरअंदाज़ करेंगे तो जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना कर सकते हैं।
दिवाली के मौके पर कई बड़े ई‑कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म भी तेज़ डिलीवरी और नो‑डिलाइट चार्ज की पेशकश कर रहे हैं। यह ऑफर केवल 3 दिनों तक वैध रहता है, इसलिए यदि आप अभी भी उपहार चुनने में दुविधा में हैं तो जल्दी करें। याद रखें – सबसे बढ़िया गिफ्ट वो होता है जो दिल से चुना गया हो, न कि सिर्फ़ ट्रेंड पर खरीदा गया हो।
आखिरकार, दिवाली का असली मकसद रौशनी और खुशी फैलाना है। चाहे आप घर में हों या बाहर, अपने प्रियजनों के साथ मिलकर छोटे‑छोटे ख़ुशी के पलों को संजोएँ। इस त्यौहार की ख़बरों को फॉलो करते रहें, क्योंकि हम हर दिन नई अपडेट्स लेकर आते हैं – मौसम रिपोर्ट से लेकर सरकारी योजना तक, सब कुछ एक ही जगह पर। शुभ दिवाली और खुश रहिए!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के कच्छ जिले में इंडो-पाक सीमा के पास भारतीय सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देते हुए यह सुनिश्चित किया कि सरकार भारत की सीमाओं के एक इंच पर भी समझौता नहीं करेगी। इस यात्रा के साथ, मोदी ने जवानों का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की, जो इस क्षेत्र में तनातनी के बीच तैनात हैं। यह वार्षिक परंपरा राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के कल्याण पर सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है।
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