भारतीय राजनीति के ताज़ा समाचार और विश्लेषण

क्या आप भारत की राजनीति में हर बदलाव से जुड़ना चाहते हैं? यहाँ आपको सबसे तेज़, सही और समझदार ख़बरें मिलेंगी—चाहे वह RBI की नई रेपो रेट हो या अगले साल का चुनाव परिणाम। हम सरल भाषा में बताते हैं ताकि आप बिना किसी जटिल शब्दों के सारी जानकारी एक नजर में ले सकें।

इस हफ़्ते की प्रमुख ख़बरें

रिपब्लिक बैंक ने रेपो रेट 5.5% पर स्थिर रखी, जिससे महंगाई दर धीरे‑धीरे गिर रही है और अगली वित्तीय वर्ष के लिए जीडीपी बढ़ोतरी का अनुमान 6.5% रहा। इस फैसले से बैंकों की लोन देनदारी आसान हुई, लेकिन बचतकर्ता अभी भी सावधानी बरतें।

UPSC CSE प्रीलिम्स 2025 की कट‑ऑफ़ सीमा अब स्पष्ट हो गई है—जनरल में 105 अंक, OBC में 95 अंक और SC/ST में क्रमशः 80‑85 अंक चाहिए। यदि आप इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो इन अंकों को लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें; CSAT में कम से कम 33% अंक अनिवार्य है।

दिल्ली चुनाव 2025 में स्वातंत्रता दिवस के मौके पर हल्की बारिश और सामान्य तापमान का अनुमान है, लेकिन राजनीतिक माहौल बहुत तीव्र रहेगा। प्रमुख पार्टियों ने अपने एजेंडा को ग्रामीण विकास और रोजगार सृजन पर केंद्रित किया है, जिससे शहर की जनता को नई उम्मीद मिल रही है।

ख़बरों को समझने के आसान टिप्स

जब आप किसी बड़ी ख़बर पढ़ते हैं तो सबसे पहले "कौन", "क्या" और "क्यों" पर ध्यान दें। उदाहरण के तौर पर, RBI ने रेपो रेट क्यों स्थिर रखी? इसका कारण महंगाई की गिरावट है, जो आपके रोज़मर्रा खर्च को सीधे प्रभावित करती है। इसी तरह, UPSC कट‑ऑफ़ में बदलाव का असर नौकरी चाहने वालों के भविष्य प्लानिंग पर पड़ता है।

हमारी साइट हर ख़बर को छोटे‑छोटे बिंदुओं में तोड़ती है, जिससे आप जल्दी से मुख्य बात समझ सकें। अगर कोई लेख बहुत लंबा लगे तो "सारांश" बटन दबाएँ और एक नजर में मुख्य तथ्य पढ़ें।

आपका समय कीमती है, इसलिए हम हर खबर का शीर्षक, तिथि और प्रमुख टैग दिखाते हैं—जैसे "RBI", "UPSC", "दिल्ली चुनाव"—ताकि आप केवल वही पढ़ें जो आपके लिये जरूरी है। अगर किसी विषय पर गहरा विश्लेषण चाहिए तो संबंधित लेख के नीचे "और पढ़ें" सेक्शन देख सकते हैं।

भविष्य की राजनीति को समझने में मदद चाहिए? हमारे पास पिछले सालों के डेटा, ग्राफ़ और विशेषज्ञों की राय भी उपलब्ध है। इन संसाधनों को एक साथ देखकर आप ट्रेंड्स का सही अनुमान लगा पाएँगे—जैसे आगामी बजट में कौन‑सी योजनाएँ प्राथमिकता पाएंगी या अगली चुनाव में किन मुद्दों पर बहस होगी।

हमारी कोशिश है कि हर पाठक को भारत की राजनीति से जुड़ी जानकारी बिना झंझट के मिले। अगर आप नियमित रूप से अपडेट चाहते हैं तो साइट का "अलर्ट" फ़ीचर चालू करें—आपको नई ख़बरें सीधे ईमेल में मिलेंगी, और कभी भी कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं चूकेंगे।

मई, 29 2024
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मनिशंकर अय्यर ने कहा, 'चीन से समझौता कर सकते थे, टाल सकते थे 1962 का युद्ध'

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वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनिशंकर अय्यर ने 1962 के भारत-चीन युद्ध को 'कथित चीनी आक्रमण' के रूप में संदर्भित कर विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत पूर्व चीनी प्रधानमंत्री चाउ एनलाइ के 1960 के प्रस्ताव को स्वीकार कर युद्ध टाल सकता था। कांग्रेस पार्टी ने उनके बयान से दूरी बनाते हुए अय्यर को माफी मांगने के लिए कहा है। अय्यर ने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी विभिन्न पुस्तकों पर आधारित थी।

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