लोकसभा चुनाव 2024: छठे चरण में वोटिंग की पूरी सूची और महत्वपूर्ण जानकारियाँ
 मई, 25 2024
                                                मई, 25 2024
                        लोकसभा चुनाव 2024 का छठा चरण: महत्वपूर्ण जानकारी
लोकसभा चुनाव 2024 का छठा चरण 25 मई को संपन्न होने जा रहा है। इस चरण में 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। इस महत्वपूर्ण चरण में सात राज्य और केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं जिनमें हरियाणा, दिल्ली, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्य शामिल हैं।
इस चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 29 अप्रैल से शुरू हो चुकी है और 6 मई तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 8 मई को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 10 मई तय है। इस चरण में कुल 57 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है।
हरियाणा के निर्वाचन क्षेत्र
हरियाणा राज्य के सभी 10 निर्वाचन क्षेत्रों में इस चरण में वोट डाले जाएंगे। इन निर्वाचन क्षेत्रों में अंबाला, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी-महेन्द्रगढ़, गुड़गाँव, और फरीदाबाद शामिल हैं। यह राज्य पिछले कुछ सालों में राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित हुआ है और इस बार भी राजनीतिक दांव-पेंच काफी दिलचस्प रहने वाले हैं।
दिल्ली के निर्वाचन क्षेत्र
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के सभी 7 निर्वाचन क्षेत्रों में इस चरण में मतदान होगा। चाँदनी चौक, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली जैसे प्रमुख क्षेत्रों में मतदान होने जा रहा है। दिल्ली में राजनीतिक गतिविधियां हमेशा सुर्खियों में रहती हैं और इस बार भी चुनावी मौसम में खासा केंद्रबिंदु बनी हुई है।
बिहार के निर्वाचन क्षेत्र
बिहार राज्य में इस चरण में वाल्मीकि नगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। बिहारी राजनीति का केंद्र सदैव से ही दिलचस्प रहा है और इस बार भी यहां के मतदाताओं पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।
झारखंड के निर्वाचन क्षेत्र
झारखंड राज्य के गिरिडीह, धनबाद, रांची, जमशेदपुर निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग होगी। ये क्षेत्र राज्य के महत्वपूर्ण राजनीतिक गढ़ माने जाते हैं और हर बार चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों की गहन सक्रियता देखी जाती है।
ओडिशा के निर्वाचन क्षेत्र
ओडिशा राज्य के संबलपुर, क्योंझर, ढेंकनाल, कटक, पुरी, भुवनेश्वर जैसे केन्द्रबिंदु निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग होगी। यह राज्य अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए मशहूर है और यहां की राजनीति हमेशा से ही गहरी रही है।
उत्तर प्रदेश के निर्वाचन क्षेत्र
राजधानी उत्तर प्रदेश में इस चरण में सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही जैसे महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा। यहाँ की राजनीति भारत की राजनीति का प्रतिबिंब मानी जाती है और यहां होने वाले चुनावी परिणाम बड़ी बात होते हैं।
पश्चिम बंगाल के निर्वाचन क्षेत्र
पश्चिम बंगाल राज्य के तमलुक, कांथी, घाटल, झारग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा और विष्णुपुर निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग होगी। पश्चिम बंगाल की राजनीतिक तापमान हमेशा से ही चरम पर रहता है और इस बार भी जनता के निर्णय में गहरी दिलचस्पी रहेगी।
इस चरण में होने वाले मतदान की गहन चिकित्सा और प्रभावी योजना बनाई जा रही है। चुनाव आयोग ने इन क्षेत्रों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है ताकि मतदाता निर्विघ्न होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। चुनावी गतिविधियों पर कड़ी रोकथाम और सुरक्षा एजेंसियाँ हर समय सतर्क रहेंगी।
सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की बड़े नेताओं ने इस चरण में जंग के मैदान में उतरने की तैयारी कर ली है। रैलियाँ, जनसभा, रोड शो और दूसरे प्रचार माध्यमों का उपयोग राजनीतिक दल जोर-शोर से कर रहे हैं। प्रत्याशियों के नाम घोषणाओं से लेकर जनसंपर्क अभियान, सब कुछ तेजी से चल रहा है। मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनावी वादों की झड़ी भी लग चुकी है और मतदाता अपने निर्णय को लेकर सतर्क हो रहे हैं।
आने वाले चुनावी नतीजों पर पूरे देश की नजरें टिकी होंगी। इस चुनाव में हर क्षेत्र का मतदाता एक बार फिर अपनी भूमिका पर गर्व महसूस करेगा। लोकतंत्र के इस महापर्व में हर नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है और यह साफ़ है कि आगामी सरकार के स्वरूप को निर्धारित करने में यह चुनाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।