आंध्र प्रदेश के लिए विशेष आवंटन: 5 साल बाद केंद्रीय बजट में बदलाव
जुल॰, 24 2024
आंध्र प्रदेश के लिए केंद्रीय बजट में विशेष आवंटन
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश के लिए 15,000 करोड़ रुपये की आवंटित राशी पर प्रसन्नता व्यक्त की है। यह वाकई में विशेष आवंटन है, जो पिछले पांच वर्षों में पहली बार किया गया है। इस विशेष अनुदान का उद्देश्य राज्य के पुनर्निर्माण, पोलावरम परियोजना, औद्योगिक गलियारों और अन्य महत्वपूर्ण पहलों को आगे बढ़ाने के लिए है।
एनडीए सरकार की प्रतिबद्धताएं
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्तुति के दौरान बताया कि एनडीए सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। इस दिशा में केंद्र सरकार ने राज्य के पुनर्निर्माण के लिए बहुपक्षीय विकास एजेंसियों के माध्यम से विशेष वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और आगामी वर्षों में अतिरिक्त राशियां भी आवंटित की जाएंगी।
पोलावरम परियोजना की महत्ता
पोलावरम परियोजना, जो गोदावरी नदी पर एक बड़ी सिंचाई परियोजना है, को आंध्र प्रदेश और उसके किसानों के लिए जीवनरेखा के रूप में माना जाता है। यह परियोजना न केवल स्थानीय कृषि को मजबूती प्रदान करेगी बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। इस परियोजना के पूर्ण होने से राज्य में जल आपूर्ति और सिंचाई सुविधाओं में व्यापक सुधार होने की उम्मीद है।
औद्योगिक गलियारों के विकास के लिए विशेष निधि
बजट में विशेष रूप से कोप्पार्थी नोड के विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे और ऑरवाकल नोड के हैदराबाद-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचों जैसे बिजली, पानी और रेलवे के लिए फंड आवंटित किए गए हैं। इन सेंटरों के विकास से क्षेत्रीय औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
अन्य महत्वपूर्ण अनुदान
इसके अलावा, बजट में रायलसीमा, प्रकाशम और उत्तर तटीय आंध्र के पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए अनुदान भी प्रदान किए जाएंगे। ये अनुदान इन क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेंगे और उन्हें राज्य के बाकी हिस्सों के साथ जोड़ने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार करेंगे।
टीडीपी की प्रतिक्रिया
इस विशेष आवंटन पर प्रतिक्रिया देते हुए, तेलुगू देशम पार्टी ने इसे राज्य के लिए 'नई सूर्योदय' करार दिया। टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और आईटी मंत्री नारा लोकेश ने केंद्र सरकार को राज्य की आवश्यकताओं को मान्यता देने के लिए आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि ये निधियां आंध्र प्रदेश के विकास को एक नई दिशा प्रदान करेंगी और राज्य के निवासियों की जीवन गुणवत्ता में सुधार करेंगी।
निष्कर्ष
इस केंद्रीय बजट में आंध्र प्रदेश के लिए किया गया विशेष आवंटन राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। पोलावरम परियोजना और औद्योगिक गलियारों के विकास के लिए आवंटित फंड राज्य के आर्थिक और कृषि विकास में एक नई ऊर्जा का सृजन करेंगे। इसके अलावा, पिछड़े क्षेत्रों में अनुदान, राज्य में सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को कम करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास होगा। आंध्र प्रदेश के निवासी इस निर्णय को सकारात्मक रूप में देख रहे हैं और इसे राज्य के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं।
Mayank Aneja
जुलाई 24, 2024 AT 10:50इस बजट आवंटन का असली मतलब ये है कि आंध्र प्रदेश को अब निर्माण के लिए नकदी मिल रही है, न कि सिर्फ वादे। पोलावरम के लिए 7,200 करोड़ का अलग बजट बनाया गया है, जो पिछले दो वर्षों के अनुदान से दोगुना है। औद्योगिक गलियारों के लिए बिजली और पानी की आपूर्ति के लिए अलग से फंड आवंटित किया गया है, जो एक बड़ी बात है।
Vishal Bambha
जुलाई 24, 2024 AT 10:57अब तक का सबसे बड़ा झटका आंध्र के लिए! टीडीपी ने लड़ाई लड़ी, और आज ये जीत है। पोलावरम पूरा होगा, किसानों को पानी मिलेगा, युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। ये सिर्फ बजट नहीं, ये नई शुरुआत है। अब बस इसे ठीक से लागू करना है।
Raghvendra Thakur
जुलाई 25, 2024 AT 21:54पानी। रोजगार। बुनियादी ढांचा। ये तीन चीजें असली हैं।
Vishal Raj
जुलाई 26, 2024 AT 23:17अरे भाई, ये तो सच में अच्छी खबर है। लगता है अब राज्य का दिल धड़कने लगा है। मैं तो उत्तर तट पर रहता हूं, वहां भी थोड़ा ध्यान दिया जाए तो बहुत अच्छा होगा।
Reetika Roy
जुलाई 28, 2024 AT 22:06यह निर्णय राज्य के विकास के लिए एक लंबे समय तक चलने वाला आधार है। इसके लिए सभी दलों को समर्थन देना चाहिए।
Pritesh KUMAR Choudhury
जुलाई 30, 2024 AT 11:27👍 अच्छा कदम। अब देखना होगा कि इसे कैसे लागू किया जाता है।
Sanjay Bhandari
अगस्त 1, 2024 AT 10:00ye to bhot accha hua yaar… ab to bhaiya ke ghar bhi kuch aayega 😅
Mersal Suresh
अगस्त 2, 2024 AT 16:26यह आवंटन एक नियमित निर्णय है, न कि एक अस्थायी उपाय। यह आंध्र प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। इसके लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद। इस राशि का उपयोग पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ किया जाना चाहिए।
Pal Tourism
अगस्त 4, 2024 AT 04:235 साल में पहली बार 15k cr? बस अब तक क्या हुआ था? बजट में नाम तक नहीं आता था। अब आया तो खुशी क्यों? ये तो सिर्फ बर्बाद हुए पैसे का बचाव है। और पोलावरम? उसका 40% तो पहले ही चोरी हो चुका है।
Sunny Menia
अगस्त 4, 2024 AT 09:48हम सबको इस विकास को साथ ले जाना होगा। ये पैसा बस सरकार के हाथ में नहीं, हम सबके हाथों में है। अगर हम इसे सही तरीके से इस्तेमाल करेंगे तो आंध्र प्रदेश भारत का सबसे आगे का राज्य बन जाएगा।
Abinesh Ak
अगस्त 5, 2024 AT 06:06अरे यार, ये सब बजट की चार्ट और ग्राफ़ हैं। असली जिंदगी में तो रायलसीमा में अभी भी बिजली दिन में दो घंटे आती है। ये सब बकवास टीवी पर दिखता है। जब तक इंजीनियर नहीं आएंगे, तब तक ये सब नकली बातें हैं।
Ron DeRegules
अगस्त 6, 2024 AT 07:36इस बजट में आंध्र प्रदेश के लिए आवंटित राशि वास्तव में एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि यह पिछले पांच वर्षों के दौरान राज्य के लिए केंद्रीय बजट में निर्धारित किए गए वित्तीय समर्थन के अभाव को दूर करता है जिसके कारण राज्य के पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के निर्माण में विलंब हुआ और इसके अलावा यह आवंटन पोलावरम परियोजना के निर्माण को तेज करने के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधन प्रदान करता है जिसके अभाव में लाखों किसानों को जल आपूर्ति नहीं मिल पा रही थी और इसके साथ ही औद्योगिक गलियारों के विकास के लिए बिजली पानी और रेलवे जैसी आवश्यक बुनियादी ढांचा सुविधाओं के लिए अलग से फंड आवंटित किया गया है जो राज्य में औद्योगीकरण और रोजगार उत्पादन को बढ़ावा देगा और इसके साथ ही पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए अनुदान भी प्रदान किए गए हैं जो सामाजिक असमानता को कम करने में मदद करेंगे
Manasi Tamboli
अगस्त 6, 2024 AT 11:42मैं तो बस यही सोच रही हूं… जब तक इन बजटों का असली फायदा गांवों तक नहीं पहुंचता, तब तक ये सब बस एक खुशी का नाटक है। मेरे भाई के गांव में अभी तक पानी के लिए दो घंटे की लाइन है। इस बजट का असली परीक्षण तभी होगा जब वहां नल खुलेगा।
Vallabh Reddy
अगस्त 8, 2024 AT 05:13यह आवंटन एक विधिवत रूप से निर्धारित राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत केंद्रीय प्रतिबद्धताओं के पालन का परिणाम है। इसका अर्थ यह नहीं है कि राज्य को कोई विशेष वरीयता प्रदान की गई है, बल्कि यह एक न्यायपूर्ण निष्पादन है। इसके विपरीत, अन्य राज्यों के साथ तुलना करने पर यह आवंटन वित्तीय न्याय के सिद्धांतों के अनुरूप है।