हर सुबह जब आप गाड़ी चालू करते हैं, तो अक्सर रॉड पर भीड़ देख कर घबराते हैं। सच्ची बात ये है कि जाम सिर्फ बड़े शहरों में नहीं, छोटे कस्बे‑शहरों में भी बढ़ रहा है। इस पेज में हम समझेंगे क्यों ट्रैफ़िक बंद होता है और क्या आसान उपाय अपनाकर समय बचा सकते हैं।
सबसे पहला कारण है सड़कों की कमी या खराब डिजाइन। जब दो‑तीन लैन एक साथ बँटते हैं, तो हर मोड़ पर गाड़ी रुकती‑चलती रहती है। दूसरा बड़ा कारक है अप्रत्याशित मौसम—जैसे दिल्ली‑NCR में हालिया तेज़ बारिश ने कई इलाकों को जलमग्न कर दिया और रास्ते बंद कर दिए (हमारे 30 जुलाई की रिपोर्ट देखें)। बाढ़ के बाद पानी जमा हो जाता है, सिगनल खराब होते हैं, फिर भी लोग वही रूट इस्तेमाल करते रहते हैं।
तीसरा कारण है लम्बी निर्माण कार्य। नई सड़क, मेट्रो या हाई‑डेस्क लाइन का काम चल रहा हो तो अक्सर लेन बंद रहती है। इसके साथ ही बड़ी इवेंट जैसे शॉपिंग फेस्ट या खेल मुकाबले भी अचानक ट्रैफ़िक बढ़ा देते हैं। चौथा कारक—ड्राइवरों की लापरवाही। ओवरस्पीड, अनियंत्रित लैना बदलना और लाल बत्ती तोड़ना जाम को कई गुना बढ़ा देता है।
पहला उपाय: रियल‑टाइम ट्रैफ़िक ऐप इस्तेमाल करें। ये न सिर्फ वर्तमान जाम दिखाते हैं, बल्कि वैकल्पिक मार्ग भी सुझाते हैं। अगर आप सुबह 7 बजे निकलते हैं तो 15‑20 मिनट पहले जाँच कर लें—कभी‑कभी दो घंटे बच सकते हैं। दूसरा, सार्वजनिक परिवहन का विकल्प चुनें। दिल्ली में मेट्रो या बस लेन अक्सर रोड ट्रैफ़िक से तेज़ चलती है और पार्किंग की झंझट नहीं होती।
तीसरा टिप: समय‑समय पर अपने यात्रा के समय को बदलें। यदि संभव हो तो ऑफ‑पीक घंटे—जैसे 9 बजे बाद या देर शाम—में निकलें। कई लोग सिर्फ एक-या दो घंटा बचाने के लिए भी अपनी शिफ़्ट बदलते हैं। चौथा, छोटे रास्तों की तलाश करें। अक्सर मुख्य हाईवे के साथ छोटे कनेक्टर रोड कम ट्रैफ़िक देते हैं, खासकर जब बड़े शहर में साइड स्ट्रीट साफ़ हो।
पाँचवां लेकिन बहुत असरदार कदम है कारपूलिंग या राइड‑शेयर का उपयोग। एक ही गाड़ी में कई लोग मिलें तो सड़क पर कम वाहन होंगे और जाम भी घटेगा। साथ ही, यदि आप दो घंटे तक फँसे रहते हैं तो आराम के लिए संगीत सुनें या पॉडकास्ट चलाएँ—समय पास ही हो जाएगा।
अंत में, याद रखें कि ट्रैफ़िक समस्या का समाधान सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं, हर नागरिक को भी ज़िम्मेदार बनना पड़ेगा। सिगनल पर धीरज रखिए, लेन बदलते समय संकेत दें और नियमों का पालन करें। इस छोटे‑से बदलाव से आप न केवल खुद बचेंगे, बल्कि पूरे शहर के ट्रैफ़िक में सुधार आएगा।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भारी बारिश ने शहर को ठहराव पर ला दिया है। मौसम विभाग ने भारी वर्षा को देखते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जिससे स्कूल बंद हो गए हैं और यातायात में भारी रुकावटें आ रही हैं। दिल्ली के मुख्य इलाके जैसे लुटियंस दिल्ली, कश्मीरी गेट और राजेंद्र नगर पानी में डूब चुके हैं।
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