जब भी आप कंपनी के शेयरधारक होते हैं, साल में एक बार आपको ‘Annual General Meeting’ या AGM की नोटिफ़िकेशन मिलती है। ये मीटिंग सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि आपके निवेश पर सवाल‑जवाब करने का मंच होती है। यहाँ बोर्ड ऑफ डिरेक्टर्स कंपनी की सालाना रिपोर्ट पेश करता है, लाभांश के बारे में बात करता है और भविष्य की रणनीति बताता है। अगर आप शेयरधारक हैं तो AGM को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते; यह आपके अधिकारों को समझने और सवाल पूछने का सही मौका देता है।
पहला कदम है नोटिस देखना – आम तौर पर कंपनी 21 दिन पहले लिखित या ई‑मेल के ज़रिए मीटिंग की तिथि, समय और एजेंडा बताती है। इसमें ‘बिल ऑफ मैटर’ में क्या है, ये जरूर पढ़ें: वित्तीय रिपोर्ट, निदेशकों का चयन, बोनस शेयर या डिविडेंड प्लान आदि। दूसरा कदम है अपने रेज़ॉल्यूशन तैयार करना – अगर आप कोई बदलाव चाहते हैं तो लिखित प्रस्ताव बनाकर भेज सकते हैं। अक्सर निवेशक FAQs को कंपनी की वेबसाइट पर पा लेते हैं, इसलिए उनसे पहले ही तैयारी कर लें।
मीटिंग में आप सीधे प्रश्न पूछ सकते हैं। सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले सवाल होते हैं: ‘कंपनी की इस साल की कमाई क्यों घट गई?’, ‘भविष्य की योजना कौन‑सी है और कैसे हमसे जुड़ी रहेगी?’ या फिर ‘डिविडेंड कब मिलेगा?’ अगर आपके पास कोई विशेष मुद्दा है, जैसे पर्यावरण नीति या कॉर्पोरेट गवर्नेंस, तो उसे भी एजेंडा में जोड़ने से फायदा हो सकता है। याद रखें, सवाल स्पष्ट और संक्षिप्त हों, ताकि बोर्ड को जवाब देने में आसानी रहे।
AGM के बाद अक्सर एक ‘रिज़ॉल्यूशन’ जारी किया जाता है जिसमें सभी निर्णय लिखे होते हैं। इसे ध्यान से पढ़ें; अगर किसी बात से असहमत हों तो आप अपील कर सकते हैं या अगली मीटिंग में पुनः चर्चा का अनुरोध दे सकते हैं।
सारांश में, AGM सिर्फ एक औपचारिक सभा नहीं है, बल्कि आपका निवेश सुरक्षित रखने और कंपनी की दिशा पर असर डालने का अवसर है। नोटिस पढ़ें, एजेंडा समझें, सवाल तैयार रखें और मीटिंग के बाद रिज़ॉल्यूशन को फॉलो‑अप करें। इस तरह आप अपने शेयरधारक अधिकारों का पूरा उपयोग कर पाएँगे और निवेश में बेहतर निर्णय ले सकेंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के 47वें वार्षिक आम बैठक (AGM) में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी के शेयरधारकों के लिए 1:1 बोनस शेयर इश्यू की संभावना की घोषणा की। इस निर्णय पर विचार बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा 5 सितंबर 2024 को किया जाएगा। इस घोषणा के बाद, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर मूल्य में वृद्धि हुई।
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