राधा यादव ने ब्रूक हॉलिडे को लिया शानदार कैच, दोनों कैच्स ने बदल दी मैच की गति
 अक्तू॰, 31 2025
                                                अक्तू॰, 31 2025
                        अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए दूसरे ओडीआई में राधा यादव ने दो ऐसे कैच लिए जिन्होंने पूरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दुनिया को हैरान कर दिया। न्यूजीलैंड की बैट्समैन ब्रूक हॉलिडे को डेब्यूटेंट स्पिनर प्रिया मिश्रा की गेंद पर लिया गया यह कैच सिर्फ एक नहीं, बल्कि दो बार दोहराया गया — दोनों ही बार राधा ने पूरी तरह से नियंत्रण बरकरार रखते हुए एक लंबी दौड़ के बाद फुल-लेंथ डाइव के साथ गेंद को पकड़ लिया। यह न सिर्फ एक शानदार फील्डिंग प्रदर्शन था, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए एक नए स्तर की ऊंचाई थी।
कैच का विवरण: जब गेंद आसमान की ओर गई
31वें ओवर में, जब प्रिया मिश्रा ने एक सीधी गेंद ब्रूक हॉलिडे को फेंकी, तो उसने इसे लेटे हुए कवर के पार ले जाने की कोशिश की — लेकिन गेंद बल्ले के टॉप एंड से टकराकर ऊपर की ओर उड़ गई। राधा यादव, जो मिड-ऑफ पर खड़ी थीं, तुरंत पीछे की ओर दौड़ पड़ीं। आंखें ऊपर, पैर जमीन पर — यह दौड़ और समय का अनुमान लगाना बेहद मुश्किल होता है। लेकिन राधा ने ऐसा किया जैसे उन्होंने इसे सैकड़ों बार अभ्यास किया हो। एक बार फिर 32वें ओवर में, जब हॉलिडे ने फिर से एक ही तरह का शॉट खेला, तो राधा ने उसे भी एक ही तरीके से पकड़ लिया। दो बार एक ही बैट्समैन को एक ही बॉलर की गेंद पर एक ही तरह के कैच से आउट करना न सिर्फ दुर्लभ है, बल्कि इसके लिए एक अद्वितीय फील्डिंग अंतर्दृष्टि चाहिए।
राधा यादव: फील्डिंग की बादशाह, लेकिन सिर्फ फील्डर नहीं
राधा यादव को अक्सर बस एक अच्छी फील्डर के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस मैच में उन्होंने अपनी बॉलिंग के साथ भी साबित कर दिया कि वे एक तिरंगा हथियार हैं। उन्होंने 10 ओवर में 69 रन देकर 4 विकेट लिए — यह उनकी अंतरराष्ट्रीय कैरियर का सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है। उनके शिकार में न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन (79 रन), मैडी ग्रीन, सुजी बेट्स और लीआ ताहु हैं। इसके अलावा, डीप्ति शर्मा ने 2 विकेट और प्रिया मिश्रा ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट लिया। यह टीम का एक सामूहिक प्रदर्शन था, लेकिन राधा ने उसे एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी अभियान: डिवाइन का शानदार शतक नहीं, बल्कि असफलता
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनकी टीम ने 50 ओवर में 259 रन बनाए, लेकिन यह रन स्कोर असल में अधिक दर्दनाक लगा। क्योंकि न्यूजीलैंड के लिए यह मैच उनकी टी20 विश्व कप अंतिम टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ हार के बाद आया था। उनकी कप्तान सोफी डिवाइन ने 86 गेंदों में 79 रन बनाए, लेकिन उनके बाद कोई भी बैट्समैन 40 रन तक नहीं पहुंच पाया। इसका मतलब यह था कि टीम के बाकी हिस्से बहुत अस्थिर रहे। भारत की गेंदबाजी ने उन्हें अपने गेम प्लान में फंसा दिया — विशेषकर राधा के दोनों कैच्स ने न्यूजीलैंड के मन में डर का बीज बो दिया।
 
हरमनप्रीत कौर की वापसी: नेतृत्व का नया आयाम
इस मैच का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू था — हरमनप्रीत कौर की वापसी। पहले ओडीआई में उन्होंने टीम का नेतृत्व नहीं किया था, लेकिन इस मैच में वे वापस आईं। उनकी उपस्थिति ने टीम को एक नए स्तर की आत्मविश्वास दी। वह न केवल बल्लेबाजी के लिए एक बड़ा नाम हैं, बल्कि उनकी नेतृत्व शैली भी टीम के लिए एक बड़ा समर्थन है। इस मैच के बाद उन्होंने कहा, "हम बस फील्डिंग में नहीं, बल्कि हर चीज में बेहतर होना चाहते हैं।" यह बयान बस एक वाक्य नहीं, बल्कि टीम की नई मानसिकता का प्रतीक है।
मैच का बड़ा तात्पर्य: टी20 विश्व कप के बाद का रास्ता
इस सीरीज का अर्थ बस तीन ओडीआई नहीं है। यह भारत की महिला टीम के लिए टी20 विश्व कप के बाद अपनी पहचान बनाने का एक अवसर है। जब न्यूजीलैंड ने विश्व कप में भारत को हराया, तो यह एक झटका था। अब यह सीरीज उस झटके को सुधारने का मौका है। भारत ने पहला मैच 59 रन से जीता था, और इस मैच में उन्होंने न्यूजीलैंड को एक अपेक्षित स्कोर पर रोक दिया। यह दर्शाता है कि भारत अब सिर्फ घरेलू टूर्नामेंट में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भी एक शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी बन रही है।
 
अगला कदम: तीसरा ओडीआई और भविष्य की योजनाएं
इस सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच 29 अक्टूबर, 2024 को उसी नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। भारत इस सीरीज में 1-0 से अग्रणी है। अगर भारत इस मैच को भी जीत लेता है, तो यह एक ऐतिहासिक जीत होगी — पहली बार जब भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ओडीआई सीरीज जीती। इसके बाद दोनों टीमें अगले साल के एशिया कप और 2025 विश्व कप के लिए अपनी रणनीति बनाएंगी। राधा यादव के जैसे खिलाड़ियों की उपलब्धि इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है।
पूछे जाने वाले सवाल
राधा यादव के दोनों कैच्स क्यों इतने खास हैं?
राधा यादव ने एक ही बॉलर की गेंद पर एक ही बैट्समैन को दो बार एक ही तरीके से आउट किया — यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बेहद दुर्लभ है। दोनों कैच्स में उन्होंने पूरी तरह से गेंद की ट्रैकिंग की, जबकि अधिकांश खिलाड़ी ऊपर देखकर दौड़ने में असमर्थ होते हैं। इसके अलावा, दोनों बार उन्होंने फुल-लेंथ डाइव के साथ गेंद को पकड़ा, जिससे उनकी फील्डिंग की गति, समय और शारीरिक नियंत्रण का अद्भुत संगम दिखा।
प्रिया मिश्रा का डेब्यूट कैसे असर डाला?
प्रिया मिश्रा का डेब्यूट बहुत शानदार रहा। उन्होंने अपनी पहली ओडीआई में विकेट लिया, और उस विकेट के लिए राधा यादव के दो कैच्स ने उनकी गेंदबाजी को और भी शानदार बना दिया। यह दर्शाता है कि भारतीय टीम में नए खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत समर्थन प्रणाली है। उनकी गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को आश्चर्यचकित किया और उन्हें अपने गेम प्लान से भटका दिया।
राधा यादव के बॉलिंग आंकड़े क्यों महत्वपूर्ण हैं?
राधा यादव ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सबसे अच्छे बॉलिंग आंकड़े (4/69) बनाए हैं। यह उनकी बॉलिंग क्षमता को साबित करता है। अक्सर उन्हें बस फील्डर के रूप में देखा जाता है, लेकिन इस मैच में उन्होंने साबित किया कि वे एक तिरंगा खिलाड़ी हैं — फील्डिंग, बॉलिंग और बल्लेबाजी में सभी क्षमताएं रखती हैं। यह उन्हें टीम के लिए अत्यंत मूल्यवान बनाता है।
नरेंद्र मोदी स्टेडियम का इस मैच में क्या योगदान है?
नरेंद्र मोदी स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, और इसका विशाल आकार खिलाड़ियों के लिए एक अलग चुनौती है। बड़े मैदान में कैच लेना और गेंद की ट्रैकिंग करना ज्यादा कठिन होता है। राधा यादव के कैच्स इसी बड़े मैदान में लिए गए, जिससे उनकी क्षमता और भी बढ़ जाती है। यह स्टेडियम अब भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नया प्रतीक बन रहा है।