मोहम्मद सिराज बने तेलंगाना पुलिस के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, जानिए इस यात्रा की पूरी कहानी
अक्तू॰, 12 2024मोहम्मद सिराज की नियुक्ति: क्रिकेट की पिच से पुलिस की भूमिका तक का सफर
तेलंगाना सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को पुलिस विभाग में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस के पद पर नियुक्त किया है। यह नियुक्ति सरकारी मान्यता और आदर का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां खेल जगत के सितारों को उनके योगदान के लिए सरकारी पदों से सम्मानित किया जाता है। सिराज की इस यात्रा की कहानी न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
मुख्यमंत्री का वादा और सिराज का सपना
जब सिराज ने विश्व कप 2024 में अपनी अद्भुत प्रदर्शन से टीम इंडिया को जीत दिलाई थी, तब तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवन्त रेड्डी ने अपने शब्दों में उन्हें सम्मानित करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री का यह वचन सिराज के प्रति सामूहिक सम्मान को दर्शाता है, जो उन्होंने अपनी मेहनत और दक्षता से कमाया है।
सिराज का जन्म 13 मार्च 1994 को हैदराबाद में हुआ था। वे एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से हैं, और उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत संघर्षपूर्ण परिस्थितियों में की थी। वह अपनी तेज गेंदबाजी के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं, और उनका सफर घरेलू क्रिकेट से शुरू होकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरवान्वित करने तक पहुँच चुका है।
सरकार की ओर से भूमि आवंटन
तेलंगाना सरकार द्वारा सिराज को सम्मानित करने के लिए एक और पहल की गई है। उन्हें हैदराबाद के प्रमुख क्षेत्र में 600 वर्ग गज की भूमि आवंटित की गई है। यह भूमि शहर के जुबली हिल्स रोड नंबर 78 पर स्थित है। सरकार का यह कदम न केवल सिराज की उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए है, बल्कि यह नई पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा के रूप में काम करेगा।
किन्नरों के अन्य पदकवीर
तेलंगाना सरकार पहले भी ऐसे कदम उठा चुकी है। उदाहरण के लिए, दो बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज निकहत जरीन को भी उनके सराहनीय प्रदर्शन के बाद सरकारी नौकरी से सम्मानित किया गया था। यह नीति खेल प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए प्रेरणादायक रही है, और आगे भी कई खेल सितारों को लाभ पहुँचा सकती है।
आगे की संभावनाएं
मनोरंजन की दुनिया और कारों की रेस जैसे अन्य खेलों की तुलना में क्रिकेट ने भारतीय समाज में अपनी एक अलग जगह बनाई है। सिराज जैसे खिलाडियों का सम्मान और पहचाना जाना भारतीय खिलाड़ियों को उच्च स्तर पर और अधिक प्रेरित करेगा। यह सरकार से सहयोग और समर्थन का भी महत्वपूर्ण संदेश है।
मोहम्मद सिराज का यह सफर हमें यह दिखाता है कि मेहनत, समर्पण और वक्त की कसौटी पर खरे उतरने वाले कभी असफ़ल नहीं होते। यह उनके लिए एक नई शुरुआत है, जो उनके क्रिकेट करियर के साथ-साथ एक सामाजिक भूमिका में भी उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सिराज का यह कदम निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और दिखाएगा कि खेल मात्र एक खेल नहीं, बल्कि एक करियर बनाने का माध्यम भी हो सकता है।