मैनचेस्टर सिटी की बेहतरीन प्लानिंग: रियल मैड्रिड के खिलाफ चैंपियंस लीग में दिया चुनौती
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मैनचेस्टर सिटी ने चैंपियंस लीग के प्लेऑफ के दूसरे चरण में कुछ अहम बदलाव करते हुए रियल मैड्रिड के खिलाफ बड़ी तैयारी के साथ मैदान में कदम रखा। कोच पेप गार्डिओला ने रुबेन डायस और बर्नार्डो सिल्वा को शुरूआती लाइनअप में शामिल कर टीम में नई ऊर्जा भरी। मैनुअल अकांजी की चोट के कारण गार्डिओला ने इस जोड़ी को उनके स्थान पर मौका देने का निर्णय लिया।
जहां तक महत्वपूर्ण आक्रमण की बात है, एर्लिंग हालांड और जॉन स्टोन्स को बेंच पर रखा गया था। पहले चरण में चोटिल होने के बाद स्टोन्स की शुरुआती भूमिका केन्द्र-बैक में थी, लेकिन बाद में उन्हें हटाकर टीम में बदलाव किए गए। इसके अलावा नाथन आक, जैक ग्रीलिश और केविन डी ब्रुइन भी बेंच पर प्रारंभिक चरण में थे।
मैच की चुनौती और रणनीति
मैच को जीतना मैनचेस्टर सिटी के लिए बेहद जरूरी था, क्योंकि वे 3-2 के पहले चरण के घाटे को पाटना चाह रहे थे। इस मुकाबले के लिए एक्स्ट्रा टाइम और पेनल्टी शॉट्स की संभावना बनी हुई थी। पेप गार्डिओला ने अपने खिलाड़ियों की भूमिकाओं में लचीलेपन को महत्व देते हुए विभिन्न पोजीशन्स पर बदलाव की रणनीति बनाई।
गुंडोगन के साथ मिडफील्ड में बर्नॉर्डो को लाने से बीच के खेल को मजबूत किया गया। वहीं, फिर फोडेन और साविन्हो को विंगर्स के रूप में ओमार मर्मुश का समर्थन करते देखा। एर्लिंग हालांड को बाद के लिए सुरक्षित रखा गया।
इतिहास के पन्नों में, रियल मैड्रिड का प्रदर्शन इस प्रकार के मुकाबलों में बेहद प्रभावी रहा है। मैनचेस्टर सिटी ने पिछले चार बार पहले चरण की हार के बाद कभी सफलतापूर्वक आगे नहीं बढ़ा। इस बार की भिड़ंत में गार्डिओला और एंसेलोटी के बीच की मैनेजरियल प्रतिस्पर्धा भी रोमांचक रही।
रियल मैड्रिड के पास घर पर सिटी के खिलाफ सिर्फ एक हार का रिकॉर्ड है, जबकि सिटी ने लगातार चौथी अवे हार से बचने की कोशिश की। यह मुकाबला न केवल खिलाड़ी बल्कि दर्शकों के लिए भी उत्सुकताओं से भरा रहा।