लोकह चैप्टर 1: चंद्रा ने बॉक्स ऑफिस में लिखी नई इतिहास, 150 करोड़ के कगार पर

बॉक्स ऑफिस पर "लोकह चैप्टर 1: चंद्रा" की एतिहासिक सफलता
डॉमिनिक अरुण द्वारा दिग्दर्शित, वेफ़ेयर फ़िल्म्स के प्रोडक्शन में बनी लोकह चैप्टर 1 ने मलयालम सिनेमा में नई मिसाल कायम की है। फिल्म में कल्याणी प्रीयदर्शन ने नायिका का किरदार निभाया है, जिसके साथ नास्लेन के. गैफ़ूर, सैंडी मास्टर, अरुण कुरियन और विजयराघवन ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। फिल्म का सुपरहीरो‑फ़ैंटेसीस बटूंग कई दर्शकों को आकर्षित कर रहा है, जिससे शुरुआती दिन से ही कमाई में जलसा रहा।
पहला दिवस केरल में ₹2.71 करोड़ और विश्व स्तर पर ₹6.66 करोड़ की ओपनिंग हुई। केवल चार दिनों के वेकेन्ड में फिल्म ने कुल मिलाकर ₹65 करोड़ का राजस्व बनाया, और सात दिन में ही यह ₹100 करोड़ के वैश्विक करिश्मे को पार कर गया। भाषा‑वार ब्रेक‑डाउन देखे तो मलयालम बाज़ार ने ₹111.17 करोड़ योगदान दिया, जबकि तमिल, तेलुगु और हिन्दी संस्करणों ने क्रमशः ₹14.48 करोड़, ₹13.65 करोड़ और ₹3.60 करोड़ जुटाए।

वित्तीय आंकड़े, ROI और भविष्य की संभावनाएँ
लगभग ₹30 करोड़ की निर्मित लागत को देखते हुए फिल्म ने अब तक ₹142.90 करोड़ का भारत नेट कलेक्शन हासिल कर 376.3% का रोमांचक ROI दर्शाया है। वैश्विक ग्रॉस ₹284.82 करोड़, जिसमें भारत ग्रॉस ₹168.62 करोड़ और ओवरसीज ग्रॉस ₹116.20 करोड़ शामिल हैं। वर्तमान में फिल्म सिर्फ ₹7.10 करोड़ दूर है 150 करोड़ के ऐतिहासिक निशान से, जो अभी तक किसी मलयालम फ़िल्म ने नहीं छुआ। मोहनलाल की 2025 की तीन फिल्मों – L2: Empuraan (₹106.64 करोड़), Thudarum (₹122 करोड़) और Hridayapoorvam (₹39.92 करोड़) – भी इस मुकाम पर नहीं पहुँच पाई।
फ़िल्म के 31वें दिन के डेटा से पता चलता है कि मलयालम में ओक्युपेंसी 30.57% बनी हुई है, जबकि शाम के शॉज़ में 39.81% तक पहुंच गयी। पाँचवें हफ्ते में भी दर्शक संख्या स्थिर है, जिससे उम्मीद है कि यह जल्द ही 150 करोड़ के लक्ष्य को पार कर जाएगी।
- बजट: लगभग ₹30 करोड़
- इंडिया नेट: ₹142.90 करोड़ (31 दिन)
- वर्ल्डवाइड ग्रॉस: ₹284.82 करोड़
- ROI: 376.3%
- भाषा‑वार योगदान: मलयालम ₹111.17 करोड़, तमिल ₹14.48 करोड़, तेलुगु ₹13.65 करोड़, हिन्दी ₹3.60 करोड़
फ़िल्म की सफलता न सिर्फ़ बॉक्स ऑफिस में बल्कि महिला लीडरशिप के मामले में भी एक नई कहानी लिख रही है। स्क्रीन पर कल्याणी प्रीयदर्शन की शक्ति और कहानी के दर्शकों के साथ तालमेल ने इस फ़िल्म को एक लो‑क्लासहीरो में बदल दिया है, जो भविष्य में भी कई प्रोजेक्ट्स को प्रेरित कर सकता है।