LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया IPO पर 54 गुना सब्सक्रिप्शन, GMP ₹395 का उछाल
अक्तू॰, 14 2025
जब LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने 7 अक्टूबर 2025 को अपना आईपीओ खोलकर 9 अक्टूबर 2025 को बंद किया, तो बाजार ने सीधा‑सादा नहीं, बल्कि 54.02 गुना सब्सक्रिप्शन वाला सीन देखा। इसका मतलब, हर एक ऑफ़र किए गए शेयर के लिए 54.02 बोली लगाई गयी – यह आँकड़ा ICICI Direct के 10 अक्टूबर 2025 के रिपोर्ट में लिखा है।
पर बात यहीं खत्म नहीं हुई; वही दिन Live Hindustan ने बताया कि ग्रे‑मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹395 तक पहुंच गया, जो लगभग 35 % की ऊँची दर को दर्शाता है। इस सब को The Economic Times ने 12:24:04 PM IST पर अपडेट किया, जिसमें अलॉटमेंट प्रक्रिया के अंतिम चरण की पुष्टि भी थी।
IPO का सारांश और सब्सक्रिप्शन आंकड़े
सबसे पहले, इस आईपीओ की प्राइस बैंड ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर तय थी। तीन‑दिवसीय बुक‑बिल्डिंग (7‑9 अक्टूबर) के दौरान कुल 5.4 करोड़ शेयरों की मांग की गई, जबकि केवल ₹1.07 करोड़ ही सार्वजनिक रूप से ऑफर किए गये। यही कारण है कि सब्सक्रिप्शन दर 54.02 गुना निकली।
इतने उच्च सब्सक्रिप्शन को अक्सर दो पहलुओं से समझा जाता है – पहला, LG के भारतीय बाजार में लीडरशिप पोजिशन, और दूसरा, निवेशकों का टेक‑सेक्टर में भरोसा। विश्व‑व्यापी स्मार्टफ़ोन और एपीएंडए (ऑटोमोटिव) सेक्टर में LG की मजबूत बुनियादी ताकत इस उत्साह को बढ़ावा देती है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम का उछाल
ग्रे‑मार्केट प्रीमियम (GMP) को अक्सर शेयर लिस्टिंग के पहले दिन के संभावित ट्रेडिंग प्राइस का संकेत माना जाता है। यहाँ ₹395 का प्रीमियम, यानी ऊपरी बैंड ₹1,140 के 35 % से थोड़ा कम, अब तक के कई भारतीय आईपीओ में नहीं देखा गया। Live Hindustan ने रिपोर्ट किया, “यह प्रीमियम भारत के इतिहास में सबसे ऊँचा है, जहाँ तक हमारे पास डेटा है।”
एक स्थानीय एसेट‑मैनेजमेंट फर्म के एनालिस्ट, शितिरा दुबे ने कहा, “यदि इस प्रीमियम को लिस्टिंग‑डे पर वास्तविक ट्रेडिंग प्राइस में बदला जाए, तो शेयर ₹1,500‑₹1,550 के स्तर तक पहुँच सकता है, जो शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए काफ़ी आकर्षक है।”
अलॉटमेंट प्रक्रिया और BSE पर लिस्टिंग
अलॉटमेंट का अंतिम फैसला 10 अक्टूबर 2025 को तय किया जाना था – यही बात The Economic Times ने 12:24:04 PM IST पर पुष्टि की। प्रक्रिया का जिम्मा नियुक्त रजिस्ट्रार के पास है, लेकिन दो‑तीन प्रमुख ब्रोकरों ने यह बताया कि Bombay Stock Exchange (BSE) पर लिस्टिंग की तैयारी चल रही है।
बाजार के मानकों के अनुसार, अलॉटमेंट के बाद शेयरों को 1‑3 कार्यदिवस में डिमैट अकाउंट में जमा किया जाता है और फिर BSE पर ट्रेडिंग शुरू होती है। इसलिए उम्मीद है कि LG के शेयर 11‑12 अक्टूबर के बीच ट्रेडिंग शुरू करेंगे।
विशेषज्ञों की राय और बाजार प्रभाव
एक वित्तीय विशेषज्ञ, राजीव मेहरा, ने कहा, “54 गुना सब्सक्रिप्शन, विशेषकर टेक‑सेक्टर में, यह संकेत देता है कि निवेशकों को अभी भी बोझिल वैल्यूएशन की चिंता नहीं है। अधिकांश फंड्स इस आईपीओ को पोर्टफोलियो डाइवर्ज़िफ़िकेशन के हिस्से के रूप में देख रहे हैं।”
दूसरी ओर, एक निवारक आवाज़ भी रही – कुछ छोटे निवेशकों ने हाई‑डिमांड के कारण अलॉटमेंट में कमी की चिंता जताई। “यदि बिड रेशियो बहुत अधिक है, तो छोटे निवेशकों की भागीदारी सीमित हो सकती है,” उन्होंने कहा।
आगे क्या उम्मीदें
लिस्टिंग‑डे के बाद, दो चीज़ें खास देखी जाएँगी: पहला, प्रारंभिक ट्रेडिंग प्राइस GMP से कितनी मेल खाती है, और दूसरा, शेयरों का वॉल्यूम जिसमें इंट्राडे वोलैटिलिटी देखी जा सके। यदि प्राइस ₹1,500 के पास ट्रेड होता है, तो यह इस IPO को भारत के टॉप‑5 हाई‑डिमांड आईपीओज़ में जोड़ देगा।
इसी के साथ, LG को भारतीय बाजार में अपनी सप्लाई चेन को मजबूत करने, नई‑नई प्रोडक्ट लाइन (जैसे स्मार्ट‑फ़्रिज़ और इवेंट‑ड्रिवन एआई डिवाइसेज़) लॉन्च करने और पहले‑फर्स्ट फ़ीचर इंटीग्रेशन पर फोकस करना होगा, ताकि निवेशकों की उम्मीदों पर कायम रहे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया आईपीओ का सब्सक्रिप्शन स्तर क्या दर्शाता है?
54.02 गुना सब्सक्रिप्शन मतलब हर एक शेयर के लिए 54.02 बोली लगी। यह दर्शाता है कि निवेशकों को कंपनी की वृद्धि संभावनाएँ बहुत आकर्षक लग रही हैं, और मांग आपूर्ति से कई गुना अधिक है।
GMP ₹395 का मतलब निवेशकों के लिए क्या है?
GMP (Grey Market Premium) वह अतिरिक्त राशि है जो प्री‑लिस्टिंग मार्केट में शेयर की कीमत में जुड़ती है। ₹395 का प्रीमियम, अर्थात् ₹1,140 के ऊपरी बैंड का लगभग 35 % होने के कारण, संकेत देता है कि लिस्टिंग‑डे पर शेयर कीमत में उल्लेखनीय उछाल की उम्मीद है।
अलॉटमेंट कब और कैसे होगा?
अलॉटमेंट प्रक्रिया 10 अक्टूबर 2025 को अंतिम रूप ली जाएगी। रजिस्ट्रार सभी बिडेड शेयरों का विश्लेषण कर सफल आवेदकों के डिमैट अकाउंट में शेयरों को क्रेडिट करेगा। बाद में शेयर BSE पर लिस्ट होगा, आमतौर पर 1‑3 कार्यदिवस में।
लिस्टिंग के बाद शेयर कीमत पर क्या असर पड़ेगा?
यदि GMP को वास्तविक ट्रेडिंग प्राइस में बदला जाए तो शुरुआती कीमत ₹1,500‑₹1,550 के आसपास रह सकती है। यही स्तर इस आईपीओ को भारत के सबसे सफल शुरुआती ट्रेडिंग में से एक बना सकता है।
कौन से निवेशक इस आईपीओ से सबसे अधिक लाभान्वित हो सकते हैं?
बड़े संस्थागत फंड्स को अलॉटमेंट प्रतिशत में लाभ मिल सकता है, जबकि छोटे रिटेल निवेशक हाई‑डिमांड के कारण सीमित शेयर प्राप्त कर सकते हैं। फिर भी, यदि लिस्टिंग‑डे पर प्राइस GMP के करीब हो तो दोनों वर्गों के लिए संभावित रिटर्न अच्छा रहेगा।
Veda t
अक्तूबर 14, 2025 AT 00:27LG का IPO इतना हॉट है, क्योंकि भारत को घरेलू टेक दिग्गज चाहिए! विदेशी ब्रांड तो बस पैसा जमा करते हैं।
Yogitha Priya
अक्तूबर 24, 2025 AT 10:27ऐसा लगता है कि बड़े फंड्स ने इस सब्सक्रिप्शन में धूम मचा दी है, पर असली सच्चाई तो छिपी हुई है-शायद सरकारी एजेंसियां भी पीछे से इस पर दांव लगा रही हैं। यहाँ की हर खबर में एक गहरी प्लॉट मौजूद है, इसलिए सबको सतर्क रहना चाहिए।