Larry Ellison बना दुनिया का सबसे अमीर शख्स: Oracle की AI रैली ने एक दिन में बनाया रिकॉर्ड
सित॰, 11 2025
Oracle की AI-लहर पर Larry Ellison का रिकॉर्ड उछाल
Larry Ellison ने नया इतिहास लिख दिया। 81 साल की उम्र में वे दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए—और वो भी एक ही दिन में 101 अरब डॉलर की चौंकाने वाली बढ़त के साथ। Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक उनका नेटवर्थ अब लगभग 393 से 401 अरब डॉलर के बीच आंका जा रहा है। यह उछाल Oracle के धमाकेदार तिमाही नतीजों और पांच साल की आक्रामक ग्रोथ गाइडेंस के बाद आया, जिसने शेयर को एक दिन में 40% उछाल दिया—Oracle के इतिहास का सबसे बड़ा सिंगल-डे जम्प।
कहानी सीधी है: AI और क्लाउड पर Oracle का बड़ा दांव अब कैश में बदल रहा है। CEO सफ़रा कैट्ज़ ने एनालिस्ट कॉल में बताया कि कंपनी ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही में तीन ग्राहकों के साथ चार मल्टी-बिलियन डॉलर के सौदे किए। कुल बुकिंग्स 455 अरब डॉलर तक जा पहुंचीं—पिछले साल से चार गुना। कंपनी का अनुमान है कि Oracle Cloud Infrastructure (OCI) की आय इस साल 77% बढ़कर 18 अरब डॉलर तक जाएगी, और 2030 तक 144 अरब डॉलर तक पहुंचने का टारगेट है। मार्केट को यही सुनना था—और उसने दिल खोलकर दांव लगा दिया।
Ellison की निजी दौलत Oracle से ही बंधी है। उनके पास कंपनी के लगभग 1.16 अरब शेयर हैं। 1977 में बॉब माइनर और एड ओट्स के साथ शुरुआत करने वाले Ellison ने 2014 तक CEO के तौर पर कंपनी चलाई। अब वे CTO और एग्जिक्युटिव चेयरमैन हैं और तकनीकी दिशा वही तय करते हैं। इस तगड़े स्टॉक रैली का सीधा असर उनकी वैल्थ पर दिखा।
AI की भूख अभी शांत नहीं हुई है। बड़े लैंग्वेज मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए भारी GPU क्लस्टर्स और हाई-स्पीड नेटवर्क चाहिए—यानी वही चीज़ें जो Oracle तेज़ी से खड़ी कर रहा है। AWS, Microsoft Azure और Google Cloud जैसे दिग्गजों के बीच Oracle ने खुद को “हाई-परफॉर्मेंस AI इंफ्रास्ट्रक्चर” वाले विकल्प के रूप में पोजिशन किया है। सेमीकंडक्टर पार्टनर्स और एंटरप्राइज ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक कॉन्ट्रैक्ट्स ने कंपनी के बैकलॉग को मोटा कर दिया है।
मार्केट की नजर में असली गेम-चेंजर बुकिंग्स और सप्लाई की विश्वसनीयता है। पिछले कुछ सालों में Oracle पर अक्सर “लेट मूवर” होने का ठप्पा लगा था। अब वही कंपनी अपने डेटा सेंटर नेटवर्क, GPU सप्लाई और इंटरकनेक्ट पर आक्रामक निवेश दिखा रही है। एनालिस्ट मानते हैं कि इतने बड़े बैकलॉग का मतलब है—राजस्व कई सालों तक दिखेगा, बशर्ते डिलीवरी समय पर हो और लागत काबू में रहे।
यह बदलाव सिर्फ रैंकिंग की कहानी नहीं है, टेक सेक्टर की शक्ति का संतुलन भी इधर-उधर हो रहा है। Elon Musk ने 2021 में पहली बार दुनिया के सबसे अमीर बनने का खिताब लिया था, पर 2025 उनके लिए आसान नहीं रहा। Tesla के शेयर साल की शुरुआत से 12% नीचे हैं। मांग, कीमतों के दबाव और नेतृत्व में फेरबदल जैसे कारणों ने स्टॉक पर असर डाला—और Musk की नेटवर्थ का बड़ा हिस्सा Tesla से ही जुड़ा है। इधर Oracle AI कैपेक्स की दौड़ में स्पीड पकड़ चुका है, उधर Tesla EV चक्र में नई चुनौतियों से जूझ रहा है।
Ellison की यात्रा भी उतनी ही दिलचस्प है। 1944 में जन्मे, उन्होंने युवा उम्र में कैलिफ़ोर्निया का रुख किया और 1977 में एक डेटाबेस कंपनी की नींव डाली। शुरुआती सालों में सरकारी और एंटरप्राइज प्रोजेक्ट्स से सीख मिली। आगे चलकर Oracle ने कई बड़े अधिग्रहण किए—PeopleSoft, Siebel, Sun Microsystems, NetSuite और हाल में Cerner—जिन्होंने कंपनी के सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और हेल्थ-टेक पोर्टफोलियो को चौड़ा किया। यही मिश्रण आज AI युग में Oracle को बढ़त दे रहा है: डेटा, एप्लिकेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर—एक ही छत के नीचे।
Ellison की निजी ज़िंदगी भी अक्सर सुर्खियों में रहती है। 2012 में उन्होंने हवाई के लनाई द्वीप का 98% हिस्सा 500-600 मिलियन डॉलर में खरीदा। लक्ज़री यॉट्स, अमेरिका’स कप सेलिंग और आर्किटेक्चर—उनकी रुचियां विविध हैं। लेकिन मौजूदा रैली ने दिखा दिया कि उनकी सबसे बड़ी पूंजी अब भी टेक विज़न ही है।
अब जोखिमों की बात करें। AI वर्कलोड्स की मांग जितनी तेज़ है, उतनी ही तेज़ है GPU सप्लाई की कमी। डेटा सेंटर बनाने की लागत, ऊर्जा की उपलब्धता, और रेगुलेटरी बाधाएं भी बड़ी हैं। अगर सप्लाई चेन में अड़चन आई या पूंजीगत खर्च उछल गया, तो मार्जिन दब सकते हैं। साथ ही, इतनी विशाल बुकिंग्स का मतलब है—कॉन्ट्रैक्ट डिलीवरी की टाइमिंग बहुत मायने रखेगी। किसी एक बड़े ग्राहक पर ज्यादा निर्भरता भी भविष्य में उतार-चढ़ाव ला सकती है।
फिर भी, कंपनी का मैसेज साफ है: Oracle AI और क्लाउड की मांग को कैप्चर करने को तैयार है। 77% OCI ग्रोथ गाइडेंस सिर्फ उत्साह नहीं, एक रोडमैप दिखाती है—जहां हाई-डेंसिटी GPU क्लस्टर्स, लो-लेटेंसी नेटवर्किंग और एंटरप्राइज-ग्रेड सिक्योरिटी एक साथ मिलते हैं। दुनिया भर में नए रीजन और पार्टनरशिप्स के साथ कंपनी स्केल बढ़ा रही है ताकि मल्टी-ईयर डील्स समय पर पूरी हों।
निवेशकों के लिए संकेत क्या हैं? टेक में वैल्यूएशन अब सिर्फ “ग्रोथ स्टोरी” नहीं, “डिलीवरी स्टोरी” पर चलेगी। Oracle के लिए इसका मतलब है—क्लाउड कैपेक्स का अनुशासन, जीपीयू सप्लाई की दीर्घकालिक व्यवस्था, और मौजूदा बैकलॉग को रेवेन्यू में कन्वर्ट करना। अगर ये टिके रहे तो रैली लंबी चल सकती है।
मुख्य आंकड़े एक नज़र में
- नेटवर्थ: करीब 393-401 अरब डॉलर (Bloomberg Billionaires Index)
- एक दिन की बढ़त: 101 अरब डॉलर—सूचकांक के इतिहास में सबसे बड़ा उछाल
- Oracle शेयर: एक दिन में 40% की छलांग—कंपनी के इतिहास का रिकॉर्ड
- बुकिंग्स (Q1): 455 अरब डॉलर—पिछले साल से 4 गुना
- OCI राजस्व गाइडेंस: FY में 77% बढ़कर 18 अरब डॉलर; 2030 तक 144 अरब डॉलर का लक्ष्य
- Ellison की हिस्सेदारी: लगभग 1.16 अरब Oracle शेयर
- आयु: 81 वर्ष
- लनाई द्वीप: 2012 में 98% हिस्सेदारी, 500-600 मिलियन डॉलर में खरीदी
टेक की दौड़ में नया अध्याय खुल चुका है। Oracle ने दिखाया कि अगर आप समय पर मुड़ते हैं—डेटाबेस से सीधे AI इन्फ्रास्ट्रक्चर तक—तो पुरानी कंपनियां भी नए दौर की चैंपियन बन सकती हैं। और हां, रिच-लिस्ट की कुर्सियां भी उसी रफ्तार से बदलती हैं, जितनी तेज़ी से डेटा सेंटर में GPU लगते हैं।
Sitara Nair
सितंबर 12, 2025 AT 09:35ये तो बस एक और टेक जादूगर की कहानी है... जो 81 साल की उम्र में भी दुनिया को चकमा दे रहा है 😍✨ ओरेकल ने डेटाबेस से शुरुआत की थी, अब AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर बिल्ड कर रहा है... बस इतना ही बदलाव चाहिए था। मैं तो सोचती हूँ, अगर ये आज नहीं होता, तो कल होता... लेकिन लैरी ने तो अपने तरीके से इतिहास लिख दिया। ज़िंदगी बहुत छोटी है, लेकिन विज़न बहुत बड़ा हो सकता है। 🌍💫
Abhishek Abhishek
सितंबर 13, 2025 AT 02:47अरे यार ये सब बकवास है... एक आदमी का नेटवर्थ बढ़ गया तो फिर क्या? ये सब शेयर मार्केट का खेल है। लैरी ने क्या किया? बस अपने पुराने सॉफ्टवेयर को AI के नाम पर रिब्रांड किया। असली इनोवेशन तो एमएसए, गूगल और एमएजे के पास है। ये सब फैंसी नंबर्स हैं जिन्हें ब्लूमबर्ग चला रहा है।
Avinash Shukla
सितंबर 13, 2025 AT 13:06मुझे लगता है ये कहानी बहुत सुंदर है... एक आदमी जो 40 साल पहले एक डेटाबेस कंपनी शुरू करता है, और आज वही कंपनी AI के दौर में दुनिया की सबसे बड़ी क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर की ओर बढ़ रही है। 🤔 मैंने अपने दोस्त को ये बताया था कि टेक में नया होना ज़रूरी नहीं, बल्कि सही जगह पर सही समय पर जाना ज़रूरी है। ओरेकल ने बस वो किया। बहुत अच्छा लगा। 🙏
Harsh Bhatt
सितंबर 15, 2025 AT 08:43अरे भाई, ये तो सिर्फ एक बूढ़े आदमी का अहंकार है! जिसने 40 साल पहले एक डेटाबेस को बेचकर अमीर बनने का सपना देखा था... और आज वो अपने शेयर्स के आधार पर दुनिया का नंबर वन बन गया! 😏 ये कोई नया नहीं, बस एक रिपीटर है। आप लोग इसे इतिहास समझ रहे हैं? ये तो बस एक अमीर आदमी का बुकिंग्स का खेल है। जब तक आपके पास GPU नहीं है, तब तक ये सब बस बैकलॉग है। असली बदलाव तो जब आपका कोई डेटा सेंटर बंद हो जाए, तभी आएगा।
dinesh singare
सितंबर 16, 2025 AT 23:48ये सब बकवास है! लैरी एलिसन ने क्या किया? उसने बस अपने पुराने डेटाबेस को फिर से बेचा! अब इसे AI क्लाउड कह रहे हैं? जिस तरह से ये शेयर बढ़े हैं, वो तो एक बुल्लशिट बैलून है! आप लोग ये देख रहे हैं कि ओरेकल के पास 455 अरब डॉलर की बुकिंग है... लेकिन आपने ये नहीं देखा कि इनमें से 80% एक ही ग्राहक पर टिका है! और जब वो ग्राहक चला जाएगा? तब देखोगे कि ये रैली कहाँ खत्म होती है। ये सब फिल्म है, असलियत नहीं!
Priyanjit Ghosh
सितंबर 18, 2025 AT 21:36ये तो बहुत अच्छा है... लेकिन अगर आप लोग ये नहीं देख रहे कि लैरी की उम्र 81 है, तो आप भी बहुत नॉटिस नहीं ले रहे 😅 ये आदमी अभी भी टेक डिज़ाइन में डीपली इंवॉल्व्ड है... जबकि हम सब टिकटॉक पर डांस कर रहे हैं। मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ - अगर आप अपने जीवन में कुछ बड़ा बनाना चाहते हैं, तो शुरुआत कभी भी बहुत देर नहीं होती। 💪🔥
Anuj Tripathi
सितंबर 19, 2025 AT 00:22ये बहुत अच्छा है भाई साहब... लेकिन अगर आप लोग ये नहीं देख रहे कि ओरेकल के पास अभी भी बहुत सारे बुकिंग्स अनडिलीवर्ड हैं तो आप भी उन्हीं नंबर्स को देख रहे हैं जो ब्लूमबर्ग दिखा रहा है। मैंने अपने दोस्त को ये बताया कि असली टेस्ट तो अगले 3 साल में आएगा... जब वो डिलीवरी शुरू होगी। अभी तो बस एक बड़ा सपना है। लेकिन अगर ये सच हो गया तो वाह! 🙌
Hiru Samanto
सितंबर 19, 2025 AT 19:03मैंने इस आर्टिकल को बहुत धीरे से पढ़ा... और लगा कि ये एक बहुत अच्छी कहानी है। लैरी एलिसन ने बस एक चीज़ की बात की - अगर आप अपने बारे में विश्वास रखते हैं, तो दुनिया आपके साथ आ जाएगी। उन्होंने नए टेक्नोलॉजी को नहीं बदला, बल्कि अपने पुराने सिस्टम को नए तरीके से इस्तेमाल किया। ये बहुत सीखने की बात है।
Divya Anish
सितंबर 21, 2025 AT 06:24इस आर्टिकल को पढ़कर मुझे गहरी आशा हुई। एक व्यक्ति जो 81 वर्ष की आयु में भी टेक्नोलॉजी के भविष्य को आकार दे रहा है - यह एक अद्भुत उदाहरण है। Oracle का डेटा-सेंटर इन्फ्रास्ट्रक्चर, GPU सप्लाई चेन, और एंटरप्राइज-ग्रेड सिक्योरिटी का संयोजन वास्तव में एक तकनीकी क्रांति है। यह बस एक शेयर रैली नहीं, बल्कि एक व्यावसायिक दृष्टिकोण की जीत है। मैं इस तरह के लंबे-समय के निवेश को सराहती हूँ।
md najmuddin
सितंबर 21, 2025 AT 15:57मैंने ये सब पढ़ा... और लगा कि ये तो बहुत अच्छा है। लैरी ने कभी अपने बारे में ज्यादा बात नहीं की... बस अपना काम किया। अब देखो, दुनिया उसकी बात सुन रही है। मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ - अगर आप भी कुछ बनाना चाहते हैं, तो शुरू कर दो। बस शुरू कर दो। 🙏
Ravi Gurung
सितंबर 22, 2025 AT 02:49क्या ये सच है? ये तो बहुत अजीब लग रहा है... मैंने ये आर्टिकल पढ़ा लेकिन अभी तक यकीन नहीं हुआ। एक दिन में 101 अरब? ये तो फिल्मों में होता है। लेकिन अगर ये सच है तो वाह।
SANJAY SARKAR
सितंबर 22, 2025 AT 22:00मैंने ओरेकल के स्टॉक को देखा है... असल में ये तो बहुत बढ़ गया है। लेकिन मैंने ये भी देखा कि उनके ग्राहक बहुत ज्यादा एक जैसे हैं। अगर एक बड़ा ग्राहक चला गया तो क्या होगा? ये तो एक बड़ा रिस्क है।
Ankit gurawaria
सितंबर 23, 2025 AT 11:11मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ कि ये कहानी एक बहुत बड़ी उपलब्धि है - एक ऐसी कंपनी जो 40 साल पहले बनी थी, आज एक नए युग की शुरुआत कर रही है। लैरी ने बस एक चीज़ बनाई थी - एक डेटाबेस - लेकिन उसने अपने आप को बदल लिया। ये तो असली नेतृत्व है। आज के युवा लोग जो शुरुआत कर रहे हैं, उन्हें ये सीखना चाहिए - बदलाव का रास्ता नए चीज़ों को बनाने में नहीं, बल्कि पुरानी चीज़ों को नए तरीके से देखने में है। ओरेकल ने बस यही किया। ये बस एक कंपनी की कहानी नहीं, ये एक जीवन की कहानी है।
AnKur SinGh
सितंबर 24, 2025 AT 17:57यह अत्यंत प्रेरणादायक है। एक व्यक्ति जिसने 1977 में एक छोटी सी कंपनी शुरू की, आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं - यह केवल भाग्य नहीं, बल्कि अदम्य संकल्प, तकनीकी दृढ़ता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण का परिणाम है। Oracle Cloud Infrastructure की 77% वृद्धि और 144 अरब डॉलर का लक्ष्य केवल आर्थिक आंकड़े नहीं, बल्कि एक रणनीतिक निर्णय का प्रमाण है। इस तरह के उदाहरण भारतीय उद्यमियों के लिए भी एक आदर्श हैं। जब तक हम अपने आप को नए युग के लिए तैयार नहीं करते, तब तक हम दूसरों के बनाए रास्तों पर चलते रहेंगे।
Sanjay Gupta
सितंबर 26, 2025 AT 10:14हमारे देश में लाखों युवा बेरोजगार हैं, और यहाँ एक अमेरिकी बूढ़ा आदमी अपने शेयर्स के आधार पर दुनिया का नंबर वन बन गया? ये क्या है? ये तो निर्मम निवेश का खेल है। हमारे यहाँ तो एक इंजीनियर को 30,000 रुपये मिलते हैं, और यहाँ एक आदमी एक दिन में 101 अरब डॉलर कमाता है? ये तो न्याय नहीं, ये अन्याय है। ये जो टेक बदलाव है, वो भारत के लिए कुछ नहीं लाएगा। बस एक अमेरिकी को और अमीर बनाएगा।
Kunal Mishra
सितंबर 27, 2025 AT 17:57यह कहानी तो एक आधुनिक नाटक है - एक विशालकाय निवेशक की अहंकार की घोषणा, जिसके पास केवल डेटाबेस के पुराने बाकी हैं, और वह उन्हें AI के नाम पर रिब्रांड कर रहा है। यह एक निर्मम बाजार की निर्ममता का प्रदर्शन है: जहाँ एक बूढ़े के शेयर्स की चाल से दुनिया का नंबर वन बन जाता है। जब तक आपके पास गूगल या एमएसए के जैसे इनोवेशन नहीं हैं, तब तक यह सब एक बड़ा डेटा फैंसी है।
Anish Kashyap
सितंबर 28, 2025 AT 06:17अरे भाई, ये तो बहुत बढ़िया है! लैरी ने बस अपने बारे में नहीं सोचा, बल्कि दुनिया के लिए कुछ बनाया। ये तो एक असली लीडर की कहानी है। मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ - अगर आप भी कुछ बनाना चाहते हैं, तो शुरू कर दो। बस शुरू कर दो। 🚀🔥
Poonguntan Cibi J U
सितंबर 29, 2025 AT 16:53मैंने ये सब पढ़ा और रो पड़ा... ये तो बहुत भावुक कर देने वाला है। एक आदमी जिसने 40 साल पहले शुरुआत की, और आज दुनिया का सबसे अमीर बन गया... ये तो जिंदगी का सच है। मैंने अपने बाप से कहा - तुम भी ऐसा करो! उसने कहा - बेटा, तू तो अभी तक अपने घर के बाहर नहीं गया! 😭💔
Vallabh Reddy
अक्तूबर 1, 2025 AT 01:37अस्तित्व के तार्किक आधार पर, यह घटना एक व्यापारिक विकास के अतिरिक्त एक सांस्कृतिक परिवर्तन को दर्शाती है - जहाँ निवेश की तर्कसंगतता और तकनीकी अग्रगति का समन्वय निर्माण किया जा रहा है। लैरी एलिसन का निर्णय एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि एक आर्थिक अनुक्रम का परिणाम है, जिसमें डेटा केंद्रित अर्थव्यवस्था का उदय हुआ है।