झारखंड मौसम पूर्वानुमान: स्वतंत्रता दिवस 2025 पर हल्की बारिश, तापमान रहेगा सामान्य से अधिक

झारखंड मौसम पूर्वानुमान: स्वतंत्रता दिवस 2025 पर हल्की बारिश, तापमान रहेगा सामान्य से अधिक अग॰, 14 2025

स्वतंत्रता दिवस 2025: झारखंड में कैसा रहेगा मौसम?

झारखंड में 15 अगस्त 2025 का मौसम थोड़ा खास रहने वाला है। झारखंड मौसम विभाग (IMD) की मानें तो इस दिन यहां हल्की बारिश हो सकती है। यानी अगर आप इस बार स्वतंत्रता दिवस पर किसी खुले मैदान में झंडारोहण या कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे हैं तो छाता या रेनकोट साथ रखना अच्छा रहेगा। IMD की चार दिन की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में सुबह से ही बादल छाए रहेंगे, पर मौसम ज्यादा उग्र या असुविधाजनक नहीं होगा।

14 अगस्त की शाम तक रांची का तापमान करीब 22.8°C दर्ज किया गया था। हवा धीमी चलेगी (करीब 3.5 mph) और नमी बनी रहेगी। 15 अगस्त को दिन का तापमान औसतन 25°C, अधिकतम 28°C और न्यूनतम 23°C तक रहेगा, यानी न बहुत ज्यादा गर्मी, न बहुत तेज ठंड। बारिश की संभावना करीब 2.1 mm है, यानी सिर्फ़ हल्की-फुल्की बूंदाबांदी।

अगस्त 2025: सामान्य से गर्म, बारिश कम

अगस्त 2025: सामान्य से गर्म, बारिश कम

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगस्त 2025 में तापमान सामान्य से थोड़ा (करीब 0.4°C) ज्यादा रह सकता है। महीने का औसत तापमान 26.0°C रहने के आसार हैं, जबकि सामान्य तौर पर यह 25.7°C रहता है। बारिश के आंकड़े चौंकाने वाले हैं—अगस्त में आमतौर पर रांची में 321 mm पानी गिरता है, लेकिन इस बार सिर्फ़ 96 mm बारिश का पूर्वानुमान है। यानी सामान्य से करीब 70% कम बारिश।

  • सबसे कम तापमान (21.9°C) अगस्त 9 को दर्ज होने की संभावना है।
  • सबसे ज्यादा तापमान (31.8°C) अगस्त 5 को देखने को मिल सकता है।
  • पूरे महीने में करीब 15-22 दिन ऐसे रहेंगे, जब हल्की बारिश हो सकती है। मतलब, भारी बारिश की जगह बार-बार छोटी बूंदाबांदी का माहौल रहेगा।

राज्य सरकार और प्रशासन ने सभी स्वतंत्रता दिवस आयोजकों को तैयार रहने की सलाह दी है कि कहीं हल्की फुहार न सबके उत्साह में खलल डाले। अच्छी खबर ये है कि न तो बहुत तेज धूप की संभावना है, न ही कोई बड़ी बरसात। इस मौसम को आप झारखंड की आम मानसूनी फिजा कह सकते हैं, बस फर्क इतना है कि इस बार पानी थोड़ा कम है।

मौसम विभाग लगातार अपडेट देता रहेगा। आपके इलाके के मौसम की ताजा जानकारी के साथ आप सुरक्षा और उत्सव दोनों के मजे ले सकते हैं।

6 टिप्पणि

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    Anish Kashyap

    अगस्त 15, 2025 AT 21:09
    भाई सच में ये मौसम है झारखंड का असली रूप जब बारिश नहीं आती तो ज़मीन खुश होती है और जब आती है तो आसमान गाता है। स्वतंत्रता दिवस पर थोड़ी बूंदें तो देश के लिए बरकत है ना। झंडा फहराते वक्त छाता लेकर जाना पड़े तो क्या हुआ ये तो भारतीय अंदाज़ है। जय हिंद।
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    Sanjay Gupta

    अगस्त 16, 2025 AT 12:55
    ये सब बकवास रिपोर्ट है। इतनी कम बारिश? और तापमान सामान्य से ज्यादा? ये किस वैज्ञानिक ने बनाई? हमारे पूर्वजों ने तो बादलों की आवाज़ से बारिश का पता लगा लिया करते थे। आजकल के डॉक्टरों को तो गर्मी में फ्रिज चलाने की ज़रूरत है। ये देश का भविष्य है?
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    Kunal Mishra

    अगस्त 17, 2025 AT 14:38
    इस मौसम के विश्लेषण में आँकड़े तो दिए गए हैं, पर उनकी सांख्यिकीय पृष्ठभूमि का कोई विश्लेषण नहीं। 2.1 mm बारिश का अर्थ क्या है? यह निरपेक्ष विचलन क्या है? क्या यह प्रायिकता बंटन नॉर्मल है? या एक्सपोनेंशियल? इस तरह की जानकारी को सामान्य जनता के लिए प्रस्तुत करने से पहले एक अंतर्निहित गुणवत्ता आधारित सत्यापन आवश्यक है।
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    Mayank Aneja

    अगस्त 19, 2025 AT 07:38
    अगस्त 2025 के लिए बारिश का पूर्वानुमान 96 mm है, जबकि सामान्य 321 mm है। यह 70% कमी है, जो गंभीर है। रांची के जल संसाधनों पर लंबे समय तक असर पड़ सकता है। आयोजकों को छाता लेने की सलाह देना अच्छा है, लेकिन राज्य सरकार को जल संरक्षण अभियान भी शुरू करना चाहिए। अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो 2026 में बारिश 60 mm तक जा सकती है।
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    Poonguntan Cibi J U

    अगस्त 20, 2025 AT 11:31
    मैं तो बस यही सोच रहा हूँ कि अगर आज बारिश हुई तो मेरी नई शादी की फोटो खिंचेगी ना? मैंने तो अपनी बहन के लिए लाल साड़ी खरीदी है और उसका ब्राइडल बूट भी लिया है... अब ये बारिश क्यों हो रही है? मैं तो बस इतना चाहता हूँ कि मेरी शादी की फोटो में बारिश के साथ झंडा भी दिखे... लेकिन अगर बारिश बहुत हो गई तो मेरी बहन का बूट खराब हो जाएगा... मैं रो रहा हूँ... क्या मैं इसे बंद कर सकता हूँ? क्या कोई मुझे बता सकता है कि ये मौसम क्यों इतना अजीब है? मैंने तो बस एक शादी की तैयारी की थी... अब ये सब क्या हो गया?
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    Vallabh Reddy

    अगस्त 20, 2025 AT 22:20
    The meteorological data presented is statistically significant and aligns with regional climate trends observed since 2020. The 70% precipitation deficit is not anomalous but indicative of a broader aridification pattern. It is recommended that public festivities be scheduled in covered venues to mitigate logistical disruption. The temperature variance remains within acceptable thresholds for human comfort. Further, the use of the term 'normal monsoon vibe' is scientifically inaccurate and should be replaced with 'sub-normal precipitation regime'.

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