डबल आईस्मार्ट मूवी रिव्यू: राम पोथिनेनी का जोरदार प्रदर्शन पुरी जगन्नाथ के निर्देशन में
अग॰, 15 2024
डबल आईस्मार्ट: कहानी की शुरुआत
पुरी जगन्नाथ के निर्देशन में बनी तेलुगु फिल्म 'डबल आईस्मार्ट' हाल ही में रिलीज हुई है और इसे लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। यह फिल्म 2018 में आई हिट फिल्म 'आईस्मार्ट शंकर' की सीक्वल है। फिल्म की कहानी एक शक्तिशाली और बुद्धिमान युवा व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो आपराधिक और राजनीतिक जाल में फंस जाता है।
राम पोथिनेनी, जो अपनी ऊर्जावान भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं, इस फिल्म में दोहरी भूमिका में नजर आते हैं - शंकर और चंद्रकांत के रूप में। दोनों ही भूमिकाओं में उन्होंने अपने अभिनय का जबरदस्त प्रदर्शन किया है। शुरूआत से ही फिल्म दर्शकों को आकर्षित करने में सफल रही है।
पहला हिस्सा: ऊर्जा और एंटरटेनमेंट से भरपूर
फिल्म का पहला हिस्सा काफी हाई-एनर्जी एक्शन सीक्वेंस और हास्य से भरपूर है। राम पोथिनेनी की प्रदर्शन और उनके सह-कलाकारों के साथ उनकी कैमिस्ट्री को खूब सराहा जा रहा है। जयप्रकाश, तणिकेला भरानी और उर्वशी रौतेला ने अपने-अपने किरदारों में जान डाल दी है।
इस भाग में कहानी की गति तेजी से चलती है और दर्शक बोर नहीं होते। पोथिनेनी के अभिनय के साथ-साथ सीन के हास्य और एक्शन ने मिलकर इस हिस्से को मनोरंजक बनाया है।
दूसरा हिस्सा: लंबी अवधि और पूर्वानुमानित कथानक की आलोचना
दूसरे हिस्से की शुरुआत में ही कहानी में कुछ पूर्वानुमानित घटनाएं सामने आती हैं, जिससे इसे लेकर कुछ आलोचना की गई है। फिल्म की लंबाई भी कुछ दर्शकों को खल सकती है। हालांकि, फिल्म के खत्म होते-होते यह दर्शकों को बांधे रखती है, लेकिन कहीं-कहीं दूसरे हिस्से में कहानी की धीमी गति महसूस होती है।
पुरी जगन्नाथ का निर्देशन उनकी सिग्नेचर स्टाइल में है, लेकिन कुछ आलोचकों का मानना है कि उन्होंने इस बार कुछ नया नहीं किया है।
संगीत और प्रदर्शन
फिल्म का संगीत मणि शर्मा ने कंपोज किया है, जो काफी आकर्षक और ऊर्जावान ट्रैक से भरा हुआ है। गानों ने भी फिल्म की गतिशीलता में सहयोग किया है।
फिल्म का पहला गाना 'आईस्मार्ट शंकरा' की तरह ही इस बार भी दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर देता है। इसके अलावा बैकग्राउंड स्कोर भी कहानी को सपोर्ट करता है और सीन के इमोशन्स को बेहतर बनाता है।
फिल्म की सफलता और दर्शकों की प्रतिक्रिया
कुल मिलाकर, 'डबल आईस्मार्ट' उन दर्शकों के लिए एक मनोरंजक फिल्म है, जो ऐक्शन और कॉमेडी का मिश्रण पसंद करते हैं। खासकर राम पोथिनेनी के फैंस के लिए उनकी यह फिल्म किसी ट्रीट से कम नहीं है।
जिन दर्शकों को जटिल या इनोवेटिव कथानक की तलाश है, उन्हें यह फिल्म थोड़ा निराश कर सकती है। लेकिन जो लोग केवल मनोरंजन के लिए फिल्में देखते हैं, उनके लिए यह एक अच्छी ऑप्शन हो सकती है।
फिल्म की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि यह आम दर्शकों के साथ कितनी जुड़ सकती है। इस फिल्म को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया से यह साफ है कि इसमें दमदार प्रदर्शन के साथ-साथ कुछ कमियां भी मौजूद हैं।
Reetika Roy
अगस्त 16, 2024 AT 06:46राम पोथिनेनी का दोहरा अभिनय वाकई जबरदस्त था, लेकिन फिल्म की लंबाई और दूसरे हिस्से की धीमी गति थोड़ी बोरिंग लगी।
Pritesh KUMAR Choudhury
अगस्त 17, 2024 AT 13:33फिल्म का संगीत वास्तव में ध्यान आकर्षित करता है। मणि शर्मा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे तेलुगु सिनेमा के लिए एक अनमोल संपदा हैं।
Sanjay Bhandari
अगस्त 18, 2024 AT 01:16अरे भाई ये फिल्म तो पूरी तरह से राम के लिए बनाई गई है, बाकी सब तो बस बैकग्राउंड है। दूसरा हिस्सा तो बोर हो गया था, लेकिन अंत में जो ट्विस्ट आया वो तो जानवर था।
Mersal Suresh
अगस्त 18, 2024 AT 05:41यह फिल्म एक व्यावसायिक उत्पाद है, जिसे बाजार की मांग के अनुसार डिज़ाइन किया गया है। इसकी सफलता निर्भर करती है उस दर्शक वर्ग पर जो मनोरंजन के लिए फिल्म देखता है, न कि कलात्मक गहराई के लिए।
Pal Tourism
अगस्त 18, 2024 AT 07:11पुरी जगन्नाथ का निर्देशन तो पहले से ही ज्ञात है लेकिन इस बार उन्होंने बहुत कम नया डाला, शायद बजट की वजह से या फिर बोर हो गए होंगे। राम के अभिनय को तो तारीफ करनी ही पड़ेगी लेकिन स्क्रिप्ट तो बहुत रिपीटेड लगी।
Sunny Menia
अगस्त 19, 2024 AT 00:53मैंने फिल्म देखी और बहुत अच्छा लगा। शंकर और चंद्रकांत के बीच का अंतर बहुत साफ था, और ये दोनों किरदार अलग-अलग तरह से जीवंत लगे।
Abinesh Ak
अगस्त 20, 2024 AT 20:50डबल आईस्मार्ट? बल्कि डबल आई-स्लीप! ये फिल्म एक लंबी विज्ञापन कैम्पेन है जिसमें एक्शन, कॉमेडी, और राम के फैंस के लिए एक टेम्पलेट फिल्म डाल दी गई है। जब तक निर्माता नए कांसेप्ट्स के बजाय रिमेक्स पर भरोसा करते रहेंगे, तब तक तेलुगु सिनेमा एक गोल्डन ट्रैप में फंसा रहेगा।
Ron DeRegules
अगस्त 22, 2024 AT 19:49मैंने फिल्म को दो बार देखा है और दूसरी बार तो बैकग्राउंड स्कोर के बारे में ध्यान दिया जो वास्तव में अद्भुत है और इसमें जो ओर्केस्ट्रल लेयर्स हैं वो बहुत गहराई देते हैं और इसके अलावा राम के अभिनय में जो न्यूएंस हैं वो बहुत कम लोग नोटिस करते हैं जैसे शंकर की आवाज में थोड़ी सी गुस्से की टोन और चंद्रकांत की आवाज में शांति का भाव जो बिल्कुल अलग है और ये बहुत बड़ी बात है क्योंकि अक्सर दोहरी भूमिकाओं में अभिनेता एक ही तरह से बोलते हैं लेकिन यहां वो अलग व्यक्तित्व को बहुत सूक्ष्मता से प्रस्तुत कर रहे हैं
Manasi Tamboli
अगस्त 24, 2024 AT 04:24क्या ये फिल्म सिर्फ एक एंटरटेनमेंट है या फिर ये हमारे समाज के अंदर के असंतोष का एक दर्पण है? शंकर और चंद्रकांत के बीच का टेंशन तो बस एक अभिनय का खेल नहीं, ये तो आत्मा के दो पहलू हैं जो एक दूसरे को निगलने की कोशिश कर रहे हैं।
Ashish Shrestha
अगस्त 24, 2024 AT 10:35फिल्म का निर्माण और निर्देशन बहुत निराशाजनक है। यह एक अप्रासंगिक सीक्वल है जो किसी भी वास्तविक कलात्मक योगदान के बिना बाजार की भावनाओं का शोषण कर रही है।
Mallikarjun Choukimath
अगस्त 24, 2024 AT 11:12यह फिल्म एक आधुनिक युग के नार्सिसिस्टिक इम्पीरियलिज्म का एक उत्कृष्ट उदाहरण है - जहां व्यक्तित्व की आत्म-पूजा को कला के नाम पर उचित ठहराया जाता है। राम पोथिनेनी का अभिनय तो अद्भुत है, लेकिन क्या यह अभिनय नहीं, बल्कि अहंकार का नृत्य है?
Sitara Nair
अगस्त 25, 2024 AT 14:53मैंने फिल्म देखी और बहुत प्रभावित हुई 🌸 राम का अभिनय तो बस जादू था, और गाने भी बहुत अच्छे थे - खासकर वो डांस सीक्वेंस जहां उर्वशी रौतेला ने जान डाल दी! 🎶💃 और फिल्म का अंत तो मुझे रो दिया, जैसे कोई बहुत पुराना दोस्त वापस आ गया हो... ये फिल्म ने मुझे याद दिलाया कि अच्छी फिल्में तो दिल को छू जाती हैं।