भारत महिला टीम ने गुवाहाटी में 2025 विश्व कप ओडीआई में श्रीलंका को 59 रनों से हराया

जब अमनजोत कौर, बल्लेबाज़ और भारत महिला क्रिकेट टीम की मध्यक्रम खिलाड़ी ने 57 रन बनाकर टीम को स्थिर किया, तब 30 सितंबर 2025 को असम क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, गुवाहाटी में भारत ने 2025 महिला ओडीआई विश्व कप के उद्घाटन मैच में श्रीलंका को 59 रनों से मात दी। यह जीत सिर्फ आंकड़ों की नहीं, बल्कि घरेलू मैदान पर महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नई दलील भी थी।
मैच का सारांश और मुख्य आँकड़े
भारतीय टीम ने 47 ओवरों में 269/8 बनाकर लक्ष्य तय किया। डकटवर्थ‑लेविस‑स्टर्न (DLS) गणना के कारण दोनों पक्षों को 50‑ओवर की बजाय 47‑ओवर मिलें। इनकी प्रतिक्रिया में दीप्ति शर्मा ने 3 विकेट 54 रन पर लिया, जबकि श्रीलंकाई गेंदबाज़ इनोक़ा रानावीरा ने 4/46 की शानदार पिचिंग की।
- भारत की कुल स्कोर: 269/8 (47 ओवर)
- श्रीलंका की कुल स्कोर: 211/10 (45.4 ओवर)
- DLS द्वारा निर्धारित लक्ष्य: 271 रन
- विजय अंतर: 59 रन
- एमवीपी (अलग‑अलग): अमंजोत कौर (बॅट) / दीप्ति शर्मा (बॉल)
भारतीय बल्लेबाज़ी का विस्तृत विश्लेषण
उठते हुए धूप और हल्की बारिश के बाद का फील्ड, भारत की खुली बल्लेबाज़ी को प्रोत्साहित किया। शुरुआती ओवरों में खुली जोड़ी ने 45 रन साझा किए, फिर केहीर मोहंले ने दो फोर की मदद से गति बढ़ाई। पर सबसे चमकदार था अमंजोत कौर का 57 रन, जिसे उन्होंने 56 गेंदों में छत्तीस-छ: कटती हुई गेंदों के साथ बनाया।
कुल मिलाकर, सात भारतीय खिलाड़ी ने 20 रन से अधिक बनाए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि टीम का बैटिंग पिरामिड पूरी तरह संतुलित है। अंत में अश्विनी शर्मा ने दो शॉर्ट क्रीम के साथ 13* रन बनाए और टीम को सुरक्षित सीमा तक पहुंचाया।

श्रीलंकाई गेंदबाज़ी और प्रतिद्वंद्विता
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी, लेकिन बारिश के कारण परदा थोड़ा गीला था। इनोक़ा रानावीरा ने 9 ओवरों में 4/46 की बारीकी से गेंदबाज़ी की, जबकि नविन लेबर ने 2/38 का योगदान दिया। हालांकि, भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी – सुप्रिया वर्मा और दिव्या पांडे – ने क्रमशः 2/31 और 1/27 के साथ दबाव बनाए रखा।
श्रीलंका की बैटिंग लाइन‑अप ने शुरुआती ओवरों में ही विकेट खो दी। कप्तान चमरि एथेपट्थु ने 43 रन बनाकर टीम का एकमात्र उजाला रहा, पर अन्य खिलाड़ी जैसे फवटिसा मॅडर और सोनिया पेल्हे का योगदान 20 रन से कम रहा। उनका आउट होना लगातार तेज़ गेंदबाज़ी के दबाव में हुआ।
मैच का ऐतिहासिक महत्व
यह पहली बार था कि असम क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में महिला ओडीआई का खेल हुआ। इससे पूर्व सिर्फ पुरुषों के टूर्नामेंट ही इस मैदान पर खेले गए थे। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 16 जून 2025 को इस टूर्नामेंट की आधिकारिक शेड्यूल जारी की, और 22 अगस्त 2025 को अंतिम रूप दिया। इस estreia के कारण स्थानीय दर्शकों ने रिकॉर्ड 25,000+ दर्शक टिकेट खरीदे, जिससे यह साबित हुआ कि महिला क्रिकेट में दर्शकों की भूख अब नहीं घटेगी।
इसी जीत के बाद भारत को समूह चरण में आत्मविश्वास मिला। घरेलू मैदान पर खेलना अब सिर्फ सुविधाजनक नहीं, बल्कि टीम की रणनीति का अहम हिस्सा बन चुका है।

आगे के चरण और विशेषज्ञों की राय
भारत अब समूह B में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुकाबला करेगा। इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल के तकनीकी अधिकारी ने कहा, "भारत की तेज़ गेंदबाज़ी और गहरी बैटिंग लाइन‑अप इस टूर्नामेंट में प्रमुख भूमिका निभाएगी।" वहीं, क्रिकेट विश्लेषक राहुल धवन ने कहा, "अगर भारतीय खिलाड़ी अपनी फॉर्म को बनाए रखें और बारिश‑वजाह‑से‑जैसे कारणों से लचीलापन रखें, तो चैंपियनशिप का खिताब उनका ही हो सकता है।"
सभा में मौजूद दर्शकों ने भी इस जीत को ‘महिला क्रिकेट का नया अध्याय’ घोषित किया। अगले दो महीने में कई शहरों में खेल होने वाले इस विश्व कप में, भारत की उम्मीदें अब और भी ऊँची हो गई हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत की इस जीत से टीम की मनोस्थिति पर क्या असर पड़ेगा?
एक शानदार ओपनर जीत से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, खासकर जब यह घर में हो। अब बैटिंग क्रम और गेंदबाज़ी दोनों में स्थिरता दिखी है, जिससे आने वाले मैचों में रणनीतिक लचीलापन मिलेगा।
श्रीलंका के लिए इस हार के प्रमुख कारण क्या रहे?
टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी चुनने के बावजूद, उनका फील्डिंग सेट‑अप गीला था, जिससे ग्राउंड की गति धीमी हो गई। इसके अलावा, शीर्ष क्रम की लगातार आउट होने से लक्ष्य पीछा करने में कठिनाई हुई।
क्या इस मैच में जलवायु ने खेल को प्रभावित किया?
हाँ, बारिश के कारण ओवर कम हो गए और DLS विधि लागू हुई। इस कारण दोनों टीमों ने अपने‑अपने रणनीति को जल्दी बदलना पड़ा, जिससे भारत को एक छोटा लेकिन प्रभावी लक्ष्य मिला।
अगले मैचों में भारत किन कमजोरियों को सुधारना चाहिए?
जबकि मध्यक्रम स्थिर रहा, विकेट‑कीपिंग में कुछ लापरवाही दिखी। तेज़ गेंदबाज़ी में फ़ाइनल ओवर में थकान का खतरा है, इसलिए फिटनेस प्रोग्राम को कड़ा करने की जरूरत है।
भविष्य में इस तरह की बड़े मंचों पर भारतीय महिला क्रिकेट की संभावनाएं क्या हैं?
घरेलू स्टेडियमों में दर्शक संख्या बढ़ रही है और ICC ने भारत को कई फाइनल स्थल देने का संकेत दिया है। इस ट्रेंड के साथ, महिला खिलाड़ियों को प्रोफेशनल सपोर्ट और बेहतर पेरोल मिलने की संभावना बढ़ेगी।
Abirami Nagarajan
अक्तूबर 5, 2025 AT 21:58गुवाहाटी की हवा में जीत की मिठास है। भारत की महिला टीम ने अपने खेल से सबको प्रेरित किया। इस जीत ने मैदान में अनुशासन और टीमवर्क को और मजबूत किया।