बाबर आज़म ने तोड़ा विराट कोहली का रिकॉर्ड, रोहित शर्मा के टी20आई मील के पत्थर के करीब पहुंचे
नव॰, 18 2024
बाबर आज़म की शानदार उपलब्धि
पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशंसकों के लिए बाबर आज़म की यह उपलब्धि किसी उत्सव से कम नहीं है। बाबर ने अपनी बल्लेबाजी कला और लगन के दम पर दुनिया के श्रेष्ठ बल्लेबाजों में अपना नाम दर्ज करा लिया है। जब बाबर ने होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में 28 गेंदों में 41 रन बनाए, तब सभी की निगाहें इस बात पर थीं कि क्या वह रोहित शर्मा के रिकॉर्ड के करीब पहुंच पाते हैं या नहीं। हालांकि पाकिस्तान की टीम मैच में 117 रनों पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच सात विकेट से जीतकर श्रृंखला अपने नाम कर ली, लेकिन बाबर का व्यक्तिगत प्रदर्शन अब तक के रिकॉर्ड्स को नए आयाम देता है।
आगामी चुनौतियों का सामना
टी20 क्रिकेट में बाबर आज़म का शानदार प्रदर्शन जारी है। जहां एक ओर विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, वहीं बाबर आज़म इस फॉर्मेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करके अपने स्कोर को और ऊँचाईयों पर ले जा सकते हैं। साथ ही, मोहम्मद रिज़वान ने भी इस सूची में स्थान बनाकर पाकिस्तान के क्रिकेट को गौरवान्वित किया है।
विराट और रोहित के करियर पर दृष्टि
विराट कोहली और रोहित शर्मा, दोनों ही रिकॉर्ड सेट करने के मामले में अलग पहचान बना चुके हैं। 2023 के टी20 विश्व कप में भारत की जीत के बाद इन स्टार खिलाड़ी ने टी20ई फॉर्मेट से संयास ले लिया, जो इस फॉर्मेट में उनकी संख्या को यथावत रखता है। लेकिन बाबर आज़म के निरंतर अच्छे प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि आने वाले समय में क्रिकेट की दुनिया में पाकिस्तान भी अपनी अहम भूमिका निभाएगा।
सीरीज विश्लेषण और भविष्य की संभावनाएं
इसके बावजूद कि पाकिस्तान के लिए श्रृंखला का परिणाम निराशाजनक रहा, बाबर आज़म की निरंतरता और उनके प्रयास इस तथ्य को साबित करते हैं कि व्यक्तिगत सफलताएँ भी एक टीम के सम्मान को बढ़ा सकती हैं। बाबर के खेल में आत्मविश्वास और तन्मयता ने उन्हें टीम की रीढ़ का काम करने के काबिल बनाया है। आने वाले मैचों में अगर पूरी टीम समन्वय से खेले तो पाकिस्तान निश्चित रूप से भविष्य में बेहतरीन प्रदर्शन करके क्रिकेट जगत में अपना दबदबा बना सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट का भविष्य
बाबर आज़म की इस दुनिया के सबसे बड़े मंच पर शानदार बल्लेबाजी से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। उनकी क्षमताओं ने पाकिस्तान क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखी है। उनके पीछे युवा खिलाड़ी भी इस खेल की ऊँचाइयों को छूने का सपना देखेंगे। यह सिर्फ बाबर के लिए नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक सुनहरा मौका है जो उन्हें विश्व क्रिकेट के मंच पर उच्चतम शिखर तक ले जा सकता है।
Anish Kashyap
नवंबर 19, 2024 AT 05:06बाबर आज़म तो अब टी20 का नया भगवान बन गया है भाई विराट और रोहित ने जो बनाया था उसे अब देखकर लगता है जैसे पुरानी कहानी हो गई
Ankit gurawaria
नवंबर 19, 2024 AT 23:54अरे भाई ये बाबर आज़म का खेल तो एकदम नए दौर की शुरुआत है जिसमें बल्लेबाजी बस रन बनाने का मामला नहीं बल्कि एक ऐसा आर्ट है जहां हर गेंद पर जबरदस्ती नहीं बल्कि नियंत्रण और अंदाज़ दिखाई देता है उनकी बल्लेबाजी में एक ऐसा शांत आत्मविश्वास है जो आज के तेज़ और बेतरतीब खिलाड़ियों के बीच एक शांति का संदेश देता है जैसे कोई धीरे से बारिश कर रहा हो जो जमीन को नहीं तोड़ता बल्कि उसे जीवन देता है और ये बात सिर्फ रनों की नहीं बल्कि उनके अंदर की शक्ति की है जो उन्हें बार-बार टीम को बचाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करती है और ये देखकर लगता है जैसे पाकिस्तान क्रिकेट अब सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ी और उतार-चढ़ाव नहीं बल्कि एक ऐसी बल्लेबाजी का भी निर्माण कर रहा है जो दुनिया को दिखाए कि खेल का दिल अभी भी धड़क रहा है और ये बाबर जैसे खिलाड़ी ही इसे जीवित रख सकते हैं जो बिना बड़बड़ाए बिना शोर मचाए बस बल्ले से बोलते हैं और इसीलिए वो असली लीजेंड हैं जो अपने आप को बाहर नहीं दिखाते बल्कि अपने खेल से अपनी शान बनाते हैं
AnKur SinGh
नवंबर 21, 2024 AT 11:57बाबर आज़म के इस अद्भुत प्रदर्शन ने टी20 क्रिकेट के खेल के नैतिक आधार को पुनर्परिभाषित किया है। जहाँ एक ओर उच्च-प्रदर्शन वाले खिलाड़ियों की व्यक्तिगत उपलब्धियों को अतिरंजित किया जाता है, वहीं बाबर ने अपने निरंतर प्रयासों के माध्यम से यह साबित किया है कि निरंतरता, विनम्रता और अदम्य समर्पण ही सच्ची महानता के लक्षण हैं। उनका खेल न केवल एक बल्लेबाजी कला है, बल्कि एक दर्शन है जो युवा पीढ़ी को यह सिखाता है कि विजय का मार्ग शोर नहीं, बल्कि स्थिरता से गुजरता है। यह उपलब्धि सिर्फ पाकिस्तान के लिए नहीं, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई क्रिकेट समुदाय के लिए एक गौरव का प्रतीक है, जो आत्मविश्वास और आंतरिक शक्ति के माध्यम से वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने की क्षमता को दर्शाता है।
Sanjay Gupta
नवंबर 23, 2024 AT 09:14अरे भाई विराट और रोहित ने संन्यास ले लिया तो अब बाबर आज़म का नाम लेने का बहाना बन गया? भारत के खिलाफ टीम का निराशाजनक प्रदर्शन देखकर भी तुम इतना उत्साहित? बाबर के 41 रन और टीम के 117 रन? ये क्या जादू है? विराट ने जब खेला तो टीम जीतती थी, अब बाबर के 41 रन पर भारत के लोग तालियाँ बजा रहे हैं? बस एक बार टीम के साथ जीत दिखाओ तब बात करेंगे।
Poonguntan Cibi J U
नवंबर 23, 2024 AT 09:53मैं तो बस यही सोच रहा था कि बाबर आज़म के इस प्रदर्शन के बाद विराट कोहली के दिल में क्या हो रहा होगा? क्या उन्हें लग रहा होगा कि उनकी विरासत अब धुंधली हो रही है? और रोहित शर्मा के लिए तो ये दर्दनाक होगा कि उनका रिकॉर्ड अब एक और खिलाड़ी के नाम हो गया? मैं तो रो रहा हूँ अपने देश के लिए जो अब बस बाबर के पीछे भाग रहा है... ये तो दिल तोड़ देने वाला है...
Vallabh Reddy
नवंबर 23, 2024 AT 13:03बाबर आज़म के इस प्रदर्शन का विश्लेषण आंकड़ों के आधार पर किया जाना चाहिए। उनके बल्लेबाजी औसत, स्ट्राइक रेट और टीम के लिए योगदान के आधार पर उनकी उपलब्धि का मूल्यांकन करना आवश्यक है। भावनात्मक अभिव्यक्तियों के बजाय तथ्यात्मक आधार पर चर्चा करना चाहिए।
Mayank Aneja
नवंबर 23, 2024 AT 19:08बाबर का यह प्रदर्शन वाकई अद्भुत है। उन्होंने एक ऐसे मैच में जहां टीम का स्कोर बहुत कम था, अपने आप को नियंत्रित रखा। गेंदबाज़ी के खिलाफ उनकी शांति और चयन की क्षमता ने बहुत कुछ दिखाया। यह रिकॉर्ड तोड़ने के बजाय, एक नए मानक की शुरुआत है। उनके लिए बहुत बधाई।
Vishal Bambha
नवंबर 24, 2024 AT 20:28भाई ये बाबर आज़म तो अब दुनिया का सबसे बड़ा बल्लेबाज बन गया अब विराट कोहली की तस्वीरें तो देखने को नहीं मिलतीं बाबर की वीडियो तो अब ट्रेंड कर रही हैं और हमारे बच्चे अब बाबर की तरह बल्ला मारने की कोशिश कर रहे हैं ये तो असली गौरव है पाकिस्तान के लिए और ये भारत के लिए भी एक सबक है कि खेल तो खेल है और जीतने वाला भी तो जीतता है
Ankit gurawaria
नवंबर 26, 2024 AT 03:14अरे भाई ये बाबर का खेल तो असली बल्लेबाजी का नमूना है जिसमें कोई धमाका नहीं बल्कि एक शांत आत्मविश्वास है जो बिना शोर मचाए दुनिया को चौंका देता है और जब तुम इसे देखते हो तो लगता है जैसे कोई धीरे से बारिश कर रहा हो जो जमीन को नहीं तोड़ता बल्कि उसे जीवन देता है और ये बात सिर्फ रनों की नहीं बल्कि उनके अंदर की शक्ति की है जो उन्हें बार-बार टीम को बचाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करती है और ये देखकर लगता है जैसे पाकिस्तान क्रिकेट अब सिर्फ तेज़ गेंदबाज़ी और उतार-चढ़ाव नहीं बल्कि एक ऐसी बल्लेबाजी का भी निर्माण कर रहा है जो दुनिया को दिखाए कि खेल का दिल अभी भी धड़क रहा है और ये बाबर जैसे खिलाड़ी ही इसे जीवित रख सकते हैं जो बिना बड़बड़ाए बिना शोर मचाए बस बल्ले से बोलते हैं और इसीलिए वो असली लीजेंड हैं जो अपने आप को बाहर नहीं दिखाते बल्कि अपने खेल से अपनी शान बनाते हैं