मॉरीशस भारतीय एसएमई को बुला रहा है: AGOA के तहत शुल्क मुक्त निर्यात का लाभ उठाने के लिए आमंत्रण
सित॰, 2 2024
मॉरीशस ने भारतीय छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापार अवसर खोला है। अफ्रीकी विकास और अवसर अधिनियम (AGOA) के तहत, भारतीय एसएमई मॉरीशस में अपने संचालन की स्थापना करके अमेरिका को शुल्क मुक्त निर्यात का लाभ उठा सकते हैं। मॉरीशस के भारत में उच्चायुक्त हैमंडॉयल दिल्लुम ने इस पहल के माध्यम से भारतीय उद्योगों को अमेरिकी बाजार में बेजोड़ व्यापार अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया है। यह संधि भारतीय व्यवसायियों के लिए एक स्वर्णिम अवसर प्रस्तुत करती है जो उन्हें मॉरीशस के माध्यम से अमेरिकी बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
दिल्लुम ने विशेषकर भारतीय चमड़ा उद्योग को इस दिशा में पहल करने की सलाह दी है। COVID-19 महामारी के बाद से चमड़ा उद्योग विशेषकर अमेरिका और यूरोप के पारंपरिक बाजारों में आर्थिक मंदी के कारण दबाव का सामना कर रहा है। इन परिस्थितियों में मॉरीशस भारतीय एसएमई के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है जहां वे मूल्य संवर्धित उत्पादों के साथ अमेरिकी बाजार में प्रवेश कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल का चमड़ा क्षेत्र, जो लगभग ₹6,000 करोड़ के निर्यात का प्रतिनिधित्व करता है और श्रम प्रधान है, अक्सर कच्चे चमड़े को अफ्रीकी देशों से आयात करता है। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए AGOA भारतीय उद्योगपतियों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना साबित हो सकती है। AGOA की शुरुआत 2000 में हुई थी और यह 2025 तक प्रभावी है। मॉरीशस इस योजना के निरंतरता के लिए भी सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है ताकि भारतीय उद्योग इससे लगातार लाभ उठा सकें।
मॉरीशस इंडियन रुपी (INR) और मॉरीशियन रुपी के बीच व्यापारिक विनिमय को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयासरत है। दोनों देशों के केंद्रीय बैंक और वित्तीय संस्थान इस नए तंत्र की करीबी से निगरानी कर रहे हैं और इसे सुधारने के लिए तत्पर हैं। हाल ही में, दोनों देशों के बैंकों ने Vostro खाते खोले हैं जिससे द्विपक्षीय व्यापार में सुगम्यता आई है।
फरवरी में, मॉरीशस ने एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) लागू किया, जिससे भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार को और सुगम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। यह प्रणाली न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि ग्राहकों के लिए भी अत्यंत सुविधाजनक साबित हुई है। इसके माध्यम से वित्तीय लेन-देन अधिक सरल, सुरक्षित और तेज हो गया है, जो द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करेगा।
कुल मिलाकर, मॉरीशस भारतीय एसएमई के लिए नए आर्थिक अवसरों के द्वार खोल रहा है। यह समय भारतीय उद्योगपतियों के लिए इस अवसर का लाभ उठाने और अपने व्यवसाय का विस्तार करने का है। AGOA के तहत मिलने वाली शुल्क मुक्त निर्यात की सुविधा और मॉरीशस की व्यापार-सहायक नीतियाँ भारतीय व्यापारियों के वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ा सकेंगी। विशेषकर उन उद्योगों के लिए जो पारंपरिक बाजारों में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, मॉरीशस में निवेश और व्यापार की स्थापना का यह मौका एक नई दिशा और गति प्रदान कर सकता है।
Abinesh Ak
सितंबर 3, 2024 AT 18:19AGOA? बस एक और वेस्टर्न फैंटेसी जिसमें हमें अफ्रीका के रास्ते से अमेरिका तक जाने का रास्ता दिखाया जा रहा है। भारत के चमड़े के उद्योग को तो मॉरीशस में जाने की जरूरत ही नहीं, बल्कि अपने घर के पीछे के बाजार को सुधारने की जरूरत है। ये सब बकवास जिसमें निवेशक अपने लाभ के लिए हमें फंसा रहे हैं।
Ron DeRegules
सितंबर 4, 2024 AT 18:44AGOA के तहत मॉरीशस के माध्यम से अमेरिका तक शुल्क मुक्त निर्यात एक वास्तविक अवसर है क्योंकि यह भारतीय SMEs के लिए एक वैकल्पिक व्यापार चैनल प्रदान करता है जो अब यूरोप और अमेरिका के पारंपरिक बाजारों में अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता खो रहे हैं और विशेष रूप से चमड़ा उद्योग जो लगभग 6000 करोड़ रुपये का निर्यात करता है और जिसमें लगभग 70 प्रतिशत श्रमिक श्रम प्रधान हैं और जिन्हें कच्चा चमड़ा अफ्रीका से आयात करना पड़ता है उनके लिए यह एक आदर्श समाधान हो सकता है क्योंकि मॉरीशस में निवेश करने से वे अमेरिकी बाजार में अपनी उपलब्धियों को बढ़ा सकते हैं और इसके साथ ही द्विपक्षीय व्यापार में सुगमता भी बढ़ेगी
Manasi Tamboli
सितंबर 6, 2024 AT 02:55क्या हम वाकई इस दुनिया में सिर्फ निर्यात के लिए जी रहे हैं? क्या हमारे अपने घरों के अंदर नहीं है कुछ जो हमें जीवन दे सकता है? मॉरीशस का निवेश... यह तो बस एक और नया दुख है जो हमें अपने आप को बेचने के लिए मजबूर कर रहा है। हमारे चमड़े के उद्योग को बचाने के लिए अपने अंदर की आत्मा को खो रहे हैं।
Ashish Shrestha
सितंबर 7, 2024 AT 03:32AGOA की अवधि 2025 तक है, जो एक अस्थायी उपाय है। भारतीय SMEs को इस पर निर्भर रहने के बजाय अपने निर्माण क्षमता और विनिर्माण अनुकूलन के क्षेत्र में निवेश करना चाहिए। मॉरीशस का उपयोग करना एक अल्पकालिक ताकत का आधार है, जो दीर्घकालिक रूप से अस्थिर है।
Mallikarjun Choukimath
सितंबर 7, 2024 AT 20:31यह सिर्फ एक व्यापारिक रणनीति नहीं है - यह एक नए युग की शुरुआत है। मॉरीशस, एक द्वीपीय अंतर्दृष्टि के साथ, भारत को एक ऐसा दरवाजा दे रहा है जो न केवल अमेरिकी बाजार तक पहुंचता है, बल्कि एक नए वैश्विक व्यापार वास्तविकता की ओर भी इशारा करता है - जहां विनिमय न केवल वस्तुओं का है, बल्कि विचारों, वित्तीय प्रणालियों और सांस्कृतिक निकटता का भी है। UPI और Vostro खाते - ये तो बस आरंभ हैं।
Sitara Nair
सितंबर 9, 2024 AT 01:47ये सब बहुत अच्छा है लेकिन याद रखें दोस्तों 🤍 ये निवेश बस लाभ के लिए नहीं, बल्कि साझा विकास के लिए है! मॉरीशस के साथ इस बंधन को देखकर मुझे लगता है कि हम अपने अंदर की जुड़ाव की शक्ति को भूल गए हैं। UPI और व्यापार विनिमय - ये तो दो देशों के दिलों का धड़कन है! 💖🙏
Abhishek Abhishek
सितंबर 9, 2024 AT 12:42क्या आपने कभी सोचा कि मॉरीशस के अंदर भारतीय एसएमई को निवेश करने से पहले उनके अपने देश में नियमों को बदलने की जरूरत है? जैसे कि बुराई के लिए एक नया रास्ता खोजने के बजाय, अपने घर को साफ करो।
Avinash Shukla
सितंबर 10, 2024 AT 11:07मॉरीशस की यह पहल वाकई दिलचस्प है। विशेषकर UPI का एकीकरण और Vostro खाते का उपयोग - ये छोटे व्यापारियों के लिए बहुत बड़ा कदम है। मुझे लगता है कि यह भारत और मॉरीशस के बीच एक नए प्रकार की साझेदारी की शुरुआत है - जहां तकनीक और विश्वास दोनों का मिलन हो रहा है।
Harsh Bhatt
सितंबर 11, 2024 AT 04:45ये सब बकवास है। भारत के चमड़े के उद्योग को बचाने के लिए अफ्रीका के द्वीप पर जाना? तुम्हारे घर का बाथरूम गंदा है, तो तुम दूसरे घर का टॉयलेट साफ करने जा रहे हो? ये निर्यात की बात करने वाले लोग तो अपने देश में नियमों को बदलने के बजाय बाहर की ओर भाग रहे हैं।
dinesh singare
सितंबर 12, 2024 AT 00:29अगर तुम्हारे चमड़े के उद्योग को अमेरिका तक पहुंचाने के लिए मॉरीशस की जरूरत पड़ रही है, तो तुम्हारा उद्योग बस एक फेक है। असली व्यवसाय तो अपने घर के बाहर नहीं, अपने घर के अंदर बनता है। ये सब जो बोल रहे हैं - वो तो सिर्फ अपनी नौकरियों के लिए बहाना बना रहे हैं।