केन्या में उग्र प्रदर्शन: भारतीय दूतावास ने जारी की सलाह

केन्या में उग्र प्रदर्शन: भारतीय दूतावास ने जारी की सलाह जून, 26 2024

केन्या में उग्र प्रदर्शन: भारतीय दूतावास ने जारी की चेतावनी

केन्या में विवादास्पद कर वृद्धि के प्रस्तावित बिल के चलते बड़े पैमाने पर उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के चलते भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक आवश्यक सलाह जारी की है। इस सलाह में दूतावास ने नागरिकों से सुरक्षा की दृष्टि से गैर-आवश्यक कामों के लिए बाहर जाने से बचने और विशेषकर प्रदर्शन प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी है।

प्रदर्शनों का कारण और तीव्रता

केन्या की राजधानी नैरोबी समेत अन्य प्रमुख शहरों में ये प्रदर्शन रातों-रात अत्यंत उग्र हो गए हैं। कर वृद्धि प्रस्ताव को लेकर असंतोष के कारण ही लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उन्होंने कई सरकारी भवनों पर हमला किया है। ताजे खबरों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन पर हमला कर दिया, जिसके चलते भवन के कुछ हिस्सों में आग लगा दी गई।

पुलिस की करवाई और हिंसा

इन प्रदर्शनों को काबू करने के उद्देश्य से पुलिस ने आंसू गैस और गोलियों का सहारा लिया। इसके परिणामस्वरूप कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है और 30 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और किसी भी वक्त हिंसा भड़क सकती है।

भारत की नागरिक सुरक्षा उपाय

भारतीय दूतावास ने केन्या में रह रहे भारतीय नागरिकों को स्थानीय समाचार चैनलों और दूतावास के सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से ताजा अपडेट्स के साथ जुड़े रहने की सलाह दी है। सुरक्षा की दृष्टि से यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि नागरिक प्रशासन की सलाह के अनुसार ही कार्रवाई करें।

दूतावास द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, केन्या में 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक रहते हैं। यह आंकड़ा इस बात की पुष्टि करता है कि इस चेतावनी का महत्व और भी बढ़ जाता है।

स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ

दुनियाभर के विभिन्न देशों की सरकारें इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही हैं। केन्या की सरकार भी अपनी तरफ से स्थिति को संभालने का हर संभव प्रयास कर रही है। इसमें राज्य और राष्ट्रीय सुरक्षा बलों का सहयोग भी लिया जा रहा है।

केन्या के निवासियों की समस्याएँ

स्थानीय नागरिक भूख, बेरोजगारी और खराब होती आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं। कर वृद्धि का प्रस्ताव इन समस्याओं को और बढ़ा सकता है। यही मुख्य कारण है कि लोग इतनी तेजी से और उग्रता से प्रतिक्रिया कर रहे हैं।

ऐसे कठिन समय में भारतीय दूतावास के सुरक्षा उपाय प्रोटोकॉल अत्यंत आवश्यक हैं। यह न केवल भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है, बल्कि यह भी दिखाता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय केन्या की वर्तमान स्थिति को गंभीरता से लेकर चल रहा है।

आम नागरिकों से अपील है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें और सिर्फ पुख्ता एवं अधिकारिक माध्यमों से ही जानकारी प्राप्त करें।

स्थिति के स्थिर होने तक नागरिकों को सतर्क रहना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

8 टिप्पणि

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    md najmuddin

    जून 28, 2024 AT 15:28
    ये तो बस बिल का मामला नहीं, भूख और बेरोजगारी का गुस्सा है जो फूट पड़ा है। भारतीयों को सुरक्षित रहना चाहिए, पर इन लोगों के दर्द को भी समझना चाहिए 😔
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    Ravi Gurung

    जून 29, 2024 AT 02:40
    kenea me indian embassy ka kaam hai bas safe rakhna, baki yeh sab political mess hai
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    SANJAY SARKAR

    जून 29, 2024 AT 21:06
    kya koi jaanta hai ki yeh tax bill kab se discuss ho raha tha? ekdum sudden nahi lag raha, bas abhi trigger hua hai. kuch log toh bol rahe hain ki govt ne intentionally pressure daal diya hai
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    Ankit gurawaria

    जून 30, 2024 AT 22:17
    ये सब तो बस एक बिल का नाम है, असली कहानी तो ये है कि एक देश में लोगों को अपने बच्चों के लिए दूध खरीदने के लिए भी दो नौकरियां करनी पड़ती हैं, और फिर भी उनका बच्चा बीमार हो जाता है। जब तुम्हारे पास न तो नौकरी है, न बचत है, न ही उम्मीद है, तो बिल बदलने की बजाय संसद जलाना ही एकमात्र तरीका लगता है। ये आग बिल की नहीं, जीवन की असहनीयता की है। भारतीय दूतावास जो कर रहा है, वो ठीक है, पर दुनिया भर के लोगों को ये भी समझना चाहिए कि जब तक आर्थिक अन्याय नहीं ठीक होगा, तब तक ये आग बुझेगी नहीं।
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    AnKur SinGh

    जुलाई 1, 2024 AT 14:24
    भारतीय दूतावास की यह चेतावनी एक उदाहरण है कि कैसे एक विकसित राष्ट्र अपने नागरिकों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। यह केवल एक सुरक्षा उपाय नहीं, बल्कि एक नैतिक दायित्व है। हमारी सरकार ने इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि विदेशों में रह रहे हमारे नागरिक अपने अधिकारों के साथ-साथ सुरक्षा के अधिकार का भी पूरा लाभ उठा सकें। यही तो वास्तविक राष्ट्रीय गरिमा है।
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    Sanjay Gupta

    जुलाई 3, 2024 AT 02:17
    केन्या में अफ्रीकी लोगों का गुस्सा है, भारतीय लोग तो बस घर पर बैठे हैं और अपनी राजनीति चला रहे हैं। अगर ये लोग अपने देश में भी इतना शोर मचाते तो आज ये सब नहीं होता। अब दूतावास का जो बयान आया, उसमें भी भारत का नाम लेकर बहुत नाटक किया गया है। असली बात ये है कि हम दुनिया के किसी भी देश में जाकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने की बजाय, बस बच जाने की कोशिश करते हैं।
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    Kunal Mishra

    जुलाई 3, 2024 AT 17:02
    ये जो प्रदर्शन हो रहे हैं, वो कोई लोकतंत्र की जीत नहीं, बल्कि एक असंगठित अराजकता है। जिन लोगों ने संसद जलाई, वो कोई नागरिक नहीं, बल्कि अपराधी हैं। और भारतीय दूतावास की यह चेतावनी? बेहद उचित। क्योंकि ये लोग अपने देश में भी ऐसे ही बाहर निकलकर बस रास्ते बंद कर देते हैं। आज वे जला रहे हैं, कल हमारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि घर जलाएंगे।
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    Anish Kashyap

    जुलाई 4, 2024 AT 07:50
    भाई ये तो सच में दिल टूट गया देखकर जब देखा कि संसद जल रही है और लोग बचने की कोशिश कर रहे हैं बस अपने घर की ओर भाग रहे हैं जहां खाना भी नहीं है और बच्चे रो रहे हैं अपने पिता के बिना भारत का दूतावास जो कर रहा है वो बहुत अच्छा है लेकिन अगर दुनिया भर के लोग इस बात पर ध्यान दें कि ये बिल नहीं बल्कि भूख है जो लोगों को गुस्सा दे रही है तो शायद ये तनाव थोड़ा कम हो जाए

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