JEE Advanced 2024: पेपर 1 का विश्लेषण, फिजिक्स सेक्शन सबसे कठिन पाया गया

JEE Advanced 2024: पेपर 1 का विश्लेषण, फिजिक्स सेक्शन सबसे कठिन पाया गया मई, 27 2024

JEE Advanced 2024 पेपर 1 का विश्लेषण

भारत के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली JEE Advanced 2024 की परीक्षा के पेपर 1 का गंभीरता से विश्लेषण किया गया, जो 26 मई, 2024 को कंप्यूटर आधारित प्रारूप में आयोजित हुआ था। परीक्षा का कुल कठिनाई स्तर मध्यम से कठिन करार दिया गया, जिसमें प्रश्नपत्र के तीनों विषयों में कठिनाई स्तर भिन्न भिन्न देखा गया।

फिजिक्स सेक्शन की चुनौतीपूर्ण राह

इस वर्ष JEE Advanced के पेपर 1 का फिजिक्स सेक्शन विद्यार्थियों के लिए सबसे कठिन साबित हुआ। इस सेक्शन में कई अध्यायों से प्रश्न पूछे गए, जिससे विद्यार्थियों को अपनी कड़ी मेहनत का सामना करना पड़ा। प्रश्नों की गहराई और जटिलता ने इस सेक्शन को और भी मुश्किल बना दिया। साथ ही, कुछ विस्तृत और जटिल प्रश्न विद्यार्थियों के धैर्य की परीक्षा लेने वाले थे।

रसायन शास्त्र में ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पर जोर

रसायन शास्त्र के सेक्शन की बात करें, तो विद्यार्थियों ने इसे अधिकतर संतुलित माना, मगर इसे कठिनाई स्तर पर मध्यम मानते हुए, वे बताते हैं कि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री पर अधिक जोर दिया गया था। जिस कारण कई विद्यार्थियों को उम्मीद से बढ़कर तैयारी का सामना करना पड़ा।

गणित सेक्शन में आसानी

गणित सेक्शन का कठिनाई स्तर आसान से मध्यम माना गया। यहाँ कुछ प्रश्न बड़े और विस्तृत थे, लेकिन ज्यादातर विद्यार्थियों ने इसे संतोषजनक बताया। विशेष रूप से उन लोगों ने जिन्होंने पूरे सिलेबस का सही तरीके से अध्ययन किया था, उन्हें इस सेक्शन में कोई बड़ी चुनौती नहीं मिली।

विविध अंक प्रणाली

इस परीक्षा में कुल 51 प्रश्न पूछे गए थे, जो 180 अंकों के लिए थे। प्रत्येक विषय का अपना अलग सेक्शन था, जिनमें अंक प्रणाली भी भिन्न थी। प्रत्येक विषय में चार सेक्शन थे, जिनके लिए अलग-अलग अंक दिए गए थे। विद्यार्थियों ने इस स्वरूप को भी सराहा, क्योंकि इससे उन्हें अपने उत्तरों को सही करने का मौका मिला।

विद्यार्थियों की प्रतिक्रियाएं

कुल मिलाकर, विद्यार्थियों ने बताया कि पेपर में कोई बड़ी गलतियाँ नहीं मिलीं और उन्हें प्रश्नों का हल बदलने का विकल्प बेहद लाभदायक लगा। अधिकांश विद्यार्थियों ने अपनी तैयारी के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन किया और ऑफलाइन मोड को सुचारू प्रारूप में बदलने को लेकर कोई परेशानी नहीं जताई।

विषयकठिनाई स्तर
फिजिक्सकठिन
रसायन शास्त्रमध्यम
गणितआसान से मध्यम

इस प्रकार, JEE Advanced 2024 पेपर 1 का यह विश्लेषण हमें इस परीक्षा की संरचना और कठिनाई स्तर का विस्तृत अवलोकन प्रदान करता है, जो भविष्य में विद्यार्थियों की बेहतर तैयारी के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेगा।

9 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Reetika Roy

    मई 28, 2024 AT 03:23
    फिजिक्स सेक्शन तो बस एक बम था। मैंने तीन घंटे तक एक ही प्रश्न पर घूमते रहना पड़ा। कोई नहीं बताता कि इतनी गहराई क्यों पूछी जा रही है।
  • Image placeholder

    Pritesh KUMAR Choudhury

    मई 29, 2024 AT 10:40
    मुझे लगता है कि परीक्षा का स्तर वैसे ही रहना चाहिए जिससे कि केवल वही छात्र चयनित हों जिन्होंने वास्तव में गहराई से तैयारी की है। यह सिर्फ याद करने की परीक्षा नहीं होनी चाहिए।
  • Image placeholder

    Mohit Sharda

    मई 30, 2024 AT 00:16
    मैंने गणित को बहुत आसान पाया, लेकिन फिजिक्स में तो मैं डूब गया। अगर यही तरीका रहा तो अगले साल लोग फिजिक्स के लिए अलग से कोचिंग लगाने लगेंगे।
  • Image placeholder

    Sanjay Bhandari

    मई 31, 2024 AT 16:50
    yrr physics wala section toh khatam ho gaya.. maine toh bas 2 question hi solve kiye the.. baki sab guess kiya 😅
  • Image placeholder

    Mersal Suresh

    जून 2, 2024 AT 13:08
    इस परीक्षा का स्तर वास्तविक वैज्ञानिक क्षमता का परीक्षण करता है। जो छात्र बहुत जल्दी उत्तर ढूंढने की कोशिश करते हैं, वे असफल होंगे। गहन विश्लेषण, अवधारणाओं की समझ, और तार्किक निष्कर्ष निकालने की क्षमता ही निर्णायक है।
  • Image placeholder

    Sunny Menia

    जून 3, 2024 AT 15:46
    मैंने रसायन शास्त्र का ऑर्गेनिक सेक्शन बहुत अच्छा पाया। अगर आपने रिएक्शन मेकनिज्म ठीक से समझ लिए हैं, तो वहां के सवाल बहुत आसान थे। बस थोड़ी सी धैर्य चाहिए था।
  • Image placeholder

    Abinesh Ak

    जून 4, 2024 AT 01:43
    फिजिक्स के इन सवालों को बनाने वाले क्या सोच रहे थे? क्या वो खुद इन्हें हल कर पाए होंगे? या फिर ये सिर्फ एक बड़ी जाल थी जिसमें छात्रों को फंसाने की कोशिश की गई? यह परीक्षा नहीं, यह तो एक टॉर्चर है।
  • Image placeholder

    Ron DeRegules

    जून 4, 2024 AT 07:52
    मैंने अपने छात्रों के साथ इस पेपर का विश्लेषण किया है और यह देखा कि फिजिक्स के लिए जिन छात्रों ने थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल अप्लीकेशन की गहराई से तैयारी की थी उन्हें ही इसमें सफलता मिली जबकि जिन्होंने बस फॉर्मूले याद किए थे वे बिल्कुल फंस गए और यही तो इस परीक्षा का मकसद है कि वही छात्र आगे बढ़ें जिनकी अवधारणाएं स्पष्ट हों और वे जटिल समस्याओं को विश्लेषित कर सकें और यही विश्व के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में आवश्यक है
  • Image placeholder

    Manasi Tamboli

    जून 6, 2024 AT 00:31
    क्या हम सिर्फ एक अंकों के लिए जी रहे हैं? क्या ज्ञान का असली मूल्य नहीं है? हम इतने दबाव में क्यों हैं? क्या यही हमारी भारतीय शिक्षा की वास्तविकता है? जब तक हम अपने अंदर के बच्चे को नहीं छोड़ पाएंगे, तब तक यह चक्र बना रहेगा।

एक टिप्पणी लिखें